मोदी सरकार से सस्ता सोना खरीदने का आज आखिरी मौका, एसजीबी ने करें निवेश
मुंबई। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) की दूसरी सीरीज के तहत मोदी सरकार से सस्ता सोना खरीदने का आज आखिरी मौका है।
24 मई को खुली इस सीरीज के तहत आज यानी 28 मई को आप 4,842 रुपये प्रति ग्राम की दर से सोना खरीद सकते हैं। इसके अलावा आपको 50 रुपये प्रति ग्राम छूट भी मिल रही है।
आपको यह सोना भले ही फिजिकल रूप में नहीं मिले, लेकिन बाजार से काफी सस्ता है। अगर गुरुवार के रेट से तुलना करें तो यह सोना छूट समेत 890 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता पड़ेगा।
पिछले साल लोगों ने सरकार से 32.35 टन सोना खरीदा
सरकारी स्वर्ण बांड (एसजीबी) योजना के जरिये इसकी शुरुआत से लकर इस साल मार्च अंत तक 25,702 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। रिजर्व बैंक की बृहस्पतिवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
यह योजना नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी। इसका मकसद सोने की हाजिर मांग को कम करना और सोने की खरीद में काम आने वाली घरेलू बचत को वित्तीय बचत में लाना है।
रिजर्व बैंक ने 2020-21 में 16,049 करोड़ रुपये की राशि की बॉन्ड की 12 किस्तें जारी कीं। मात्रा के हिसाब से यह 32.35 टन बैठता है।
31 मई से फिर मिलेगा मौका
वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर, 2015 में शुरुआत के बाद से एसजीबी योजना से 25,702 करोड़ रुपये (63.32 टन) जुटाए गए हैं। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में मई, 2021 से सितंबर, 2021 के दौरान बॉन्ड की छह किस्तें जारी करने का फैसला किया है।
केंद्र सरकार की ओर से रिजर्व बैंक बॉन्ड जारी करता है। योजना की दूसरी किस्त के तहत खरीद शुक्रवार को बंद होगी। तीसरी किस्त 31 मई से चार जून तक खुलेगी। इसकी पहली किस्त 17 मई से 21 मई तक खुली थी।
50 रुपये प्रति ग्राम की छूट
सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के साथ परामर्श से ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल तरीके से भुगतान करने वाले निवेशकों को निर्गम मूल्य पर 50 रुपये प्रति ग्राम छूट देने का फैसला लिया है।
ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 4,792 रुपये प्रति ग्राम होगा। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है।
यहां से खरीदें
एसजीबी के हर आवेदन के साथ निवेशक PAN जरूरी है। स्वर्ण बॉन्ड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (एनएसई और बीएसई) के माध्यम से बेचा जाएगा।
सोने के गहने खरीदने से बेहतर है बॉन्ड खरीदना
इसकी सबसे खास बात होती है कि निवेशक को सोने के भाव बढ़ने का लाभ तो मिलता ही है। साथ ही उन्हें इन्वेस्टमेंट रकम पर 2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड इंटरेस्ट भी मिलता है।
इन बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है और 5वें साल के बाद ही प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है।
इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।