ITC ने बनाए HUL से ज्यादा ‘करोड़पति’, 153 कर्मचारियों का वेतन 1 करोड़ से ज्यादा
नई दिल्ली। दिग्गज एफएमसीजी कंपनी आईटीसी (ITC) ने अपने कर्मचारियों को करोड़पति बनाने के मामले में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) को पीछे छोड़ दिया है।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान आईटीसी के 153 कर्मचारियों की कमाई 1 करोड़ रुपये से अधिक रही।इस दौरान इस सूची में 39 नए मैनेजर शामिल हुए।
दूसरी ओर एचयूएल में एक करोड़ रुपये से अधिक सैलरी पाने वाले कर्मचारियों की संख्या 129 से घटकर 123 रह गई। दोनों कंपनियों ने अपनी सालाना रिपोर्ट में यह खुलासा किया है।
इस दौरान जीएसके कंज्यूमर का भी एचयूएल में मर्जर हुआ। इससे कंपनी में 3,500 और कर्मचारी जुड़े जिनमें 21 मैनेजरों की सैलरी 1 करोड़ रुपये से अधिक है।
एचयूएल जहां केवल कंज्यूमर गुड्स बनाती है वहीं आईटीसी का कारोबार एफएमसीजी में भी फैला है।
इसमें सिगरेट और सिगार, पैकेज्ड फूड प्रॉडक्ट्स, पर्सनल केयर, स्टेशनरी, माचिस और अगरबत्ती शामिल है।
आईटीसी का कारोबार
आईटीसी देश की दूसरी सबसे बड़ी होटल चेन, प्राइवेट सेक्टर की सबसे बड़ी एग्री-बिजनस और सबसे बड़ी पेपरबोर्ड कंपनी को भी ऑपरेट करती है।
इंडस्ट्री के एक एग्जीक्यूटिव ने कहा कि एफएमसीजी बिजनस में आईटीसी के 96 मैनेजरों की सालाना कमाई 1 करोड़ रुपये से अधिक है।
यह संख्या एचयूएल से कम है जहां 123 मैनेजरों को सालाना 1 करोड़ रुपये से अधिक सैलरी मिलती है।
आईटीसी ने 2019 में सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव किया जिसका असर वित्त वर्ष 2021 में देखने को मिला। इससे कंपनी के प्रमुख अधिकारियों की सैलरी में 51 फीसदी बढ़ोतरी हुई।
कंपनी के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव पुरी की कमाई 47 फीसदी बढ़कर 11.95 करोड़ रुपये रही।
एचयूएल में घटे करोड़पति कर्मचारी
दूसरी ओर एचयूएल के चेयरमैन संजीव मेहता की कमाई पिछले वित्त वर्ष में 21 फीसदी की गिरावट के साथ 15.36 करोड़ रुपये रही।
वित्त वर्ष 2015 में आईटीसी में सालाना 1 करोड़ रुपये से अधिक सैलरी पाने वालों की संख्या 169 थी जबकि तब आईटीसी में यह संख्या 23 थी।
महामारी के बावजूद पिछले वित्त वर्ष में आईटीसी के कर्मचारियों की औसत वेतन वृद्धि 16 फीसदी रही। दूसरी और एचयूएल में यह बढ़ोतरी 2.6 फीसदी रही।