
गुजरात: हार्दिक पटेल की नाराजगी से कांग्रेस में हडकंप, राहुल गांधी ने साधा संपर्क

अहमदाबाद। गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी संकट में दिख रही है। पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल की नाराजगी से कांग्रेस में हडकंप की स्थिति है।
खबर है कि हार्दिक पटेल को मनाने की कोशिशें के तहत पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पटेल से संपर्क साधा है। महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी इस बात की पुष्टि की है कि नेतृत्व ने पटेल से बात की है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पार्टी सूत्रों ने दावा किया है कि राहुल गांधी ने खुद पटेल को एक संदेश भेजा है, जिसमें उनसे पार्टी में बने रहने के लिए कहा गया है।
उन्होंने पार्टी प्रभारी और दूसरे नेताओं से भी मतभेदों को दूर करने के लिए पटेल से संपर्क करने के लिए कहा है। सुरजेवाला ने कहा, ‘उस बातचीत को लेकर जानकारी केवल प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा जारी करेंगे।’
गुजरात कांग्रेस में क्या चल रहा है?
कहा जा रहा है कि पटेल प्रदेश कांग्रेस की तरफ से तरजीह नहीं दिए जाने से नाराज हैं। उन्होंने सोमवार को अपने ट्विटर बायो से ‘कांग्रेस’ और अपनी प्रोफाइल पिक्चर से पार्टी के चिन्ह की तस्वीर हटा ली। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने एजेंसी को बताया कि अगर हार्दिक पार्टी छोड़ते हैं, तो यह कांग्रेस का नुकसान होगा।

अटकलें लगाई जा रही थी कि पटेल भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस नेता लगातार इस बात से इनकार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि पटेल की ऐसी कोई योजना नहीं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यकारी अध्यक्ष प्रदेश नेतृत्व से नाराज हैं।
भाजपा की तारीफ
हाल ही में पटेल ने अनुच्छेद 370 हटाने के लिए और राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा सरकार की तारीफ की थी। उन्होंने सफाई दी थी कि वह राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से नहीं, बल्कि प्रदेश नेतृत्व से नाराज है।
उन्होंने कहा था, ‘मैं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से परेशान नहीं हूं। मैं प्रदेश नेतृत्व से परेशान हूं। मैं परेशान क्यों हूं? चुनाव आ रहे हैं और ऐसे समय में ईमानदार और मजबूत लोगों के साथ मिलकर काम किया जाना चाहिए। उन्हें पद दिया जाना चाहिए।’
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनना चाहते थ, लेकिन उन्हें केवल कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। कार्यकारी अध्यक्ष होने के बाद भी प्रदेश नेतृत्व की तरफ से लिए जा रहे फैसलों में उनकी राय नहीं ली जाती।
खास बात है कि भाजपा में शामिल होने की बात इनकार के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पटेल आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।