FARIDABAD: लिफ्ट में 3 घंटे तक फंसा रहा 8 साल का बच्चा, बैठकर होमवर्क ही निपटा लिया..

मानसा फरीदाबाद के ‘ओमेक्स रेसीडेंसी सोसाइटी’ में शनिवार शाम को एक 8 साल का बच्चा करीब तीन तक लिफ्ट में फंसा रहा। लेकिन उसने घबराने या डरने के बजाय ठंडे दिमाग से काम लिया और लिफ्ट में आराम से बैठकर अपना स्कूल व ट्यूशन दोनों का होमवर्क निपटा दिया!

सूत्र-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

अगर ऊंची-ऊंची इमारतों में आपका घर है तो आप लिफ्ट जरूर यूज करते होंगे। सोशल मीडिया पर मल्टी स्टोरी रेजिडेंशियल सोसाइटी की लिफ्ट से जुड़ी तमाम खबरें और वीडियो भी वायरल होते रहते हैं। जैसे कभी डिलीवरी बॉयज/ हेल्प स्टाफ को लिफ्ट यूज नहीं करने का नोटिस, या लिफ्ट में फंसने के मामला। लिफ्ट में फंसना बहुत से लोगों के लिए डरावना अनुभव होता है। 5 से 10 मिनट भी लिफ्ट में फंसने पर घबराट होने लगती है। लेकिन फरीदाबाद की सोसाइटी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर बहुत से लोग हैरान हैं! दरअसल, मानसा फरीदाबाद के ‘ओमेक्स रेसीडेंसी सोसाइटी’ में शनिवार शाम को एक 8 साल का बच्चा करीब तीन तक लिफ्ट में फंसा रहा। लेकिन उसने घबराने या डरने के बजाय ठंडे दिमाग से काम लिया और लिफ्ट में आराम से बैठकर अपना स्कूल व ट्यूशन दोनों का होमवर्क निपटा दिया!

रिपोर्ट के अनुसार, बच्चा शाम 5:00 बजे ट्यूशन के लिए 5वीं मंजिल से लिफ्ट द्वारा नीचे गया था। वह 6 बजे तक वापस घर आ जाता है। लेकिन जब 7 बजे तक भी नहीं लौटा तो घरवालों ने ट्यूशन फोन किया पता चला कि वह आज ट्यूशन ही नहीं गया। फिर परिजन बच्चे को खोजने में जुट गए। तभी जानकारी मिली कि शाम 5:00 बजे से लिफ्ट बंद है। उन्हें शक हुआ कि उनका बच्चा कहीं लिफ्ट में तो नहीं फंसा। जब लिफ्ट खोली गई तो बच्चा उसमें से निकला।

बच्चे ने बताया कि लिफ्ट बंद होने पर उसने मदद के लिए जोर से आवाजें लगाई और इमरजेंसी बटन भी दबाया। लेकिन कोई नहीं आया। ऐसे में उसने अपना ध्यान भटकाने के लिए लिफ्ट में होमवर्क करना शुरू कर दिया। हालांकि, बच्चे के परिजन और अन्य लोग सोसाइटी मैनेजमेंट वाले से खासे नाराज नजर आए कि 2 घंटों से ज्यादा समय तक लिफ्ट बंद रही और किसी ने सुध तक नहीं ली।

इस खबर को साझा करते हुए ट्विटर (अब X) यूजर @shibhhuu ने लिखा – पढ़ने वाले कहीं भी पढ़ लेते हैं। इसके बाद मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। न्यूज लिखे जाने तक ट्वीट को 3 हजार लाइक्स, 63 हजार व्यूज और तमाम कमेंट्स मिल चुके हैं। एक यूजर ने लिखा- बस इस लेवल का डेडिकेशन चाहिए IAS बनने के लिए। दूसरे ने लिखा – इस ट्वीट को डिलिट करो इससे पहले कि मेरे पैरेंट्स देख लें। इसी तरह से अन्य यूजर्स ने मौज लेते हुए लिखा – ऐसे लोगों की वजह से हमारी जिंदगी खराब है! वैसे इस पूरे मामले पर आपका क्या कहना है? कमेंट में लिखें।

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