Lake Natron: दुनिया की रहस्यमयी झील, पानी में जाने वाला बन जाता है पत्थर
अजब गजब: आपने एक राजा की कहानी तो जरूर सुनी होगी जो जिस चीज को छूता था वो सोने की बन जाती थी| मगर शायद आपने एक ऐसी झील के बारे में नहीं सुना होगा जिसके पानी को जो छूता वो पत्थर का बन जाता है? आज हम आपको ऐसी ही एक झील के बारे में बताने जा रहे है|
ये खतरनाक झील तंजानिया में मौजूद है. इसलिए इस झील के आसपास जाने से भई लोग डरते हैं. बता दें कि तंजानिया के अरुशा इलाके के उत्तरी नागोरोंगोरो जिले में ये झील स्थित है जिसे नैट्रॉन झील के नाम से जाना जाता है. साल 2013 में वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर निक ब्रांट नैट्रॉन इस झील के पास पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने झील में जानवरों की जमी हुई लाशों की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद कर ली थी. इस झील के पानी ने जानवरों को पत्थर बना दिया था. इन तस्वीरों को देखकर हर कोई हैरान रह गया.
इस झील के पानी में अल्कलाइन का स्तर पीएच 9 से पीएच 10.5 है, यानी अमोनिया जितना अल्कलाइन| इतना ही नहीं इस झील के पानी का तापमान भी करीब 60 डिग्री तक पहुंच जाता है| इसके पानी में ज्वालामुखी की राख का तत्व पाया गया है, जिसका प्रयोग मिस्रवासी मृत शरीर (ममियों) को सुरक्षित करने के लिए करते थे.
क्यों इतना क्षारीय है झील का पानी
बताया जाता है कि इस झील का पानी एक ज्वालामुखी की वजह से क्षारीय है. क्योंकि यहां ओल डोनियो लेंगाई ज्वालामुखी से पृथ्वी का सबसे रहस्यमयी लावा निकलता है. इस लावा को नैट्रोकार्बोनाटाइट कहा जाता है. इस झील के आसपास की पहाड़ियों से सोडियम कार्बोनेट और अन्य खनिजों को नैट्रोकार्बोनाइट में खींच लिया. जिसके चलते इस झील का पानी खारा हो गया.
कैसे हो जाती है जानवरों की मौत
बता दें कि इस झील के पानी का पीएच लेवल बहुत ज्यादा होता है इसलिए ज्यादातर जानवरों की त्वचा और आंखें इस झील में जाने से जल जाती हैं. अगर कोई जानवर ज्यादा देर तक इस झील के पानी में रहता है तो उसकी मौत हो जाती है. अगर कोई इंसान इस झील के पानी में चला जाए तो वह पत्थर नहीं बनता. क्योंकि इंसानों की त्वचा नरम होती है. नैट्रॉन झील का पानी कभी-कभी 60 डिग्री सेल्सियस तक गर्म भी हो जाता है. जिससे इंसान की त्वचा कटी या फटी होने पर पानी बुरी तरह से चुभने लगता है.