Reliance industries जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट, निवेशकों के डूबे 68000 करोड़
रिलायंस ने हाल में ही जियो एयर फाइबर लॉन्च करने की घोषणा की थी जो इसके लिए पॉजिटिव खबर थी. लेकिन पॉलीमर मार्जिन में दबाव बढ़ने की वजह से इसके शेयरों में कमजोरी दर्ज की जा रही है।
पिछले तीन दिन में लगातार शेयर बाजार की कमजोरी की वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में भी कमजोरी है। इस हफ्ते के तीन कारोबारी सत्र में देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में चार फ़ीसदी से अधिक की कमजोरी आ चुकी है और इसके मार्केट कैप में 68000 करोड़ की कमी आ गई है।
कई ब्रोकरेज हाउस रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों को कमजोरी आने पर खरीदारी की सलाह दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसका टारगेट प्राइस घटा दिया है। ब्रोकर का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में कमजोरी आने के बाद आप इसे खरीद सकते हैं.
गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों का मार्केट कैप 15.96 लाख करोड रुपए पर पहुंच गया। 20 सितंबर को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट कैप 16.11 लाख करोड रुपए पर था, सिर्फ एक दिन में इसमें 15471 करोड रुपए की कमी आई है।
इससे एक दिन पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में बीएसई और एनएससी दोनों में तीन फ़ीसदी की कमजोरी दर्ज की जा रही थी। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में 18 सितंबर से ही कमजोरी दर्ज की जा रही है और यह अब तक 4.11 फीसदी गिर चुके हैं।
पिछले हफ्ते 15 सितंबर को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 2452 रुपए के लेवल पर थे, तब इसका मार्केट कैप 16.58 लाख करोड रुपए पर पहुंच गया था। सिर्फ तीन कारोबारी सत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 68155 करोड रुपए घट गया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में कमजोरी की एक बड़ी वजह पॉलीमर मार्जिन में कमी आना है। चीन में मांग कमजोर होने की वजह से पॉलीमर पर मिलने वाला मुनाफा घट सकता है हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के परेक्सिलीन बिजनेस ने शानदार प्रदर्शन किया है।
ब्रोकरेज ने कहा है कि RIL के पॉलीमर बिजनेस में मार्जिन दबाव में बने रहने की आशंका है, जबकि बाकी कारोबार में धीरे-धीरे रिकवरी हो सकती है। कई ब्रोकरेज हाउस ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का टारगेट घटकर 2721 रुपए प्रति शेयर कर दिया है.