Reliance Industries: मुकेश अंबानी के बच्चों को बोर्ड मीटिंग के लिए सैलरी नहीं..
भारत की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुखिया मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अलग-अलग शाखा में जगह मिल चुकी है और उन्हें आरआईएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल करने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की जा रही है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का रिजोल्यूशन कहता है कि मुकेश अंबानी के बच्चों को बोर्ड मीटिंग अटेंड करने के लिए फीस मिलती है, इसके लिए उन्हें कोई सैलरी नहीं मिलती. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों को कंपनी के बोर्ड में शामिल करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगी है.इस बारे में जारी एक रिजोल्यूशन के मुताबिक आकाश और ईशा के साथ अनंत अंबानी को बोर्ड और कमेटी मीटिंग में शामिल होने के लिए एक फीस मिलती है. RIL के मुखिया मुकेश अंबानी ने भी साल 2020-21 से कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है.
दिलचस्प तथ्य है कि अन्य एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इस तरह के कामकाज के लिए सैलरी, भत्ते, सुविधा और कमीशन के रूप में अच्छी खासी रकम कमाते हैं. मुकेश अंबानी के बच्चों के कंपनसेशन स्ट्रक्चर को देखने से यह पता लगता है कि यह मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की तरह ही हो सकता है.
आपको बता दें कि नीता अंबानी ने कंपनी का बोर्ड साल 2014 में ज्वाइन किया था. नीता अंबानी बोर्ड और कमेटी की मीटिंग में शामिल होने के लिए 6 लाख रुपए का फीस लेती हैं जबकि साल 2022-23 में उन्होंने दो करोड रुपए का कमीशन हासिल किया था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सालाना रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एनुअल शेयर होल्डर मीटिंग में की गई एक घोषणा से यह पता लगता है कि मुकेश अंबानी ने इस बात पर मुहर लगाई है कि उनके तीनों बच्चे रिलायंस के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स में शामिल किए जा रहे हैं.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी ने कहा था कि वह कंपनी के अध्यक्ष और सीईओ पद पर अगले 5 साल तक बने रह सकते हैं. मुकेश अंबानी के सीईओ बने रहने का उद्देश्य नेक्स्ट जेनरेशन के नेताओं की मेंटरिंग और उन्हें निर्देश देना है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आकाश, ईशा और अनंत अंबानी को बोर्ड आफ डायरेक्टर्स में शामिल करने के लिए शेयरहोल्डर की मंजूरी पोस्टल बैलेट के जरिए मांगी है.