स्थानीय कौशल विकास को बढ़ावा देने व तकनीक विकसित करने में सहयोग करेगी थालेस: सिद्धार्थ नाथ सिंह
एमएसएमई मंत्री ने फ्रांस की थालेस कंपनी के कारपोरेट ऑफिस का किया शुभारंभ
लखनऊ। उप्र के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज यहां अपने सरकारी आवास से फ्रांस की टेक्नॉलाजी क्षेत्र की ख्याति प्राप्त कंपनी थालेस के नोएडा में स्टेट ऑफ आर्ट न्यू कारपोरेट ऑफिस का वर्चुअल शुभारम्भ किया।
इस कंपनी ने दिल्ली से शिफ्ट होकर नोएडा में अपना कारपोरेट कार्यालय स्थापित किया है। लगभग 1.5 लाख वर्ग फिट में निर्मित छः मंजिला इमारत के इस कार्यालय में 1100 कर्मी कार्यरत हैं।
इस अवसर पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उप्र में थालेस के आने से प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आत्मनिर्भर उप्र कार्यक्रम को बल मिलेगा।
यूपी में राफेल, मिराज और सबमरीन के पार्टस बनायेगी थालेस
उन्होंने कहा कि राफेल, मिराज आदि एअर काफट तथा सबमरीन जैसे युद्धपोत के उपकरणों का थालेस कंपनी उत्तर प्रदेश में निर्माण करेगी।
इसके साथ ही थालेस डिफेंस इण्डिस्ट्रियल कॉरीडोर के तहत कानपुर की एमकेयू कंपनी के साथ मिलकर आई फोर्स के लिए नाइट विजन डिवाइस भी बनायेगी।
उन्होंने कहा कि थालेस डिजिटल आइडेंटिटी एवं सिक्यूरिटी बिजनेस के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में वृहद इंजीनियरिंग सेंटर के रूप में काम करेगी।
कंपनी स्थानीय कौशल विकास को बढ़ावा देने के साथ ही उच्च गुणवत्ता युक्त तकनीक भी विकसित करने में यूपी का सहयोग देगी।
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि थालेस कंपनी देश में एचएएल, भेल, एल एण्ड टी जैसी नामी-गिरामी कंपनियों के साथ टेक्नालॉजी के क्षेत्र में काम कर रही है।
इससे स्पष्ट है कि उप्र में इस कंपनी का कार्यालय खुलने से रक्षा क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगा।
उन्होंने थालेस के कारपोरेट कार्यालय के नोएडा में स्थापना के प्रति कंपनियों के अधिकारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि निश्चित ही कंपनी अपने विजन में सफल होगी और निवेशकों को भी उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करेगी। राज्य में उच्च टेक्नालॉजी का विकास होगा और अधिकाधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आयोजित डिफेंस एक्सपो के दौरान थालेस कंपनी के मुख्य कार्यपाल अधिकारी से भेंट हुई थी।
उन्होंने रक्षा क्षेत्र निवेश के साथ ही अपना कारपोरेट कार्यालय प्रदेश में स्थापित करने की इच्छा प्रकट की थी कोविड के दौरान भी कंपनी से लगातार समन्वय बनाये रखा गया। जिसके परिणाम स्वरूप यह उपलब्धि प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में थालेस जैसी बड़ी कंपनी ने उप्र की ओर रुख किया। राज्य सरकार के सकारात्मक प्रयासों और निवेशकों के हितपरक नीतियों के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल तैयार हुआ है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश ईज ऑफ ईग में 12वें से दूसरे स्थान पर आया है।
इस अवसर पर थालेस के इण्डिया में कंट्री हेट इमैनुअल डीआर ने थालेस कंपनी के बारे में विस्तार से बताया कि यह कंपनी टेक्नालॉजी के क्षेत्र पूरे विश्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
कंपनी विश्व के 68 देशों में कार्य कर रही है इसमें 83 हजार कर्मी कार्यरत है। कंपनी का टर्नओवर लगभग 20 बिलियन डालर है।
उन्होंने अवगत कराया कि थालेस कंपनी राफेल जैसे एअर क्राफ्ट के लिए रडार, इलेक्ट्रानिक्स वायस सिस्टम काकपिट डिस्प्ले सिस्टम, पावर जनरेशन सिस्टम सहित अन्य उपकरणों की मैन्यूफैक्चरिंग करती है।
इसके साथ रक्षा, एरोनाटिक्स, स्पेश, ट्रांसपोर्टेशन डिजिटल आइडेंटिटी और सिक्यूरिटी मार्केट में भी अपना योगदान दे रही है।
इस मौके पर भारम में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन, थालेस ग्रुप के भारत, अफ्रीका और मध्य एशिया के प्रतिनिधि जीन मार्क बुदिन भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।