Rajasthan Elections: राजस्थान में दो दिग्गजों पर दांव लगा सकती BJP, कार्य समिति की बैठक पर रोड मैप तैयार
राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रोड मैप तैयार कर लिया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में सभा करते हुए चुनाव रणनीति की बिसाद बिछाई तो बुधवार को जयपुर में हुई भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक में चुनाव का रोड मैप तैयार किया गया.
27 सितंबर को भी गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मैराथन बैठक की. इस बैठक के बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ट्विटर पर ट्रेंड कर गईं. उन्हें लेकर राज्य में तरह तरह के कयास. लगाए जा रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह और नड्डा की बैठक करीब 6 घंटे तक तली. इसमें विधानसभा चुनावों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई.
इस तरह की अटकलें हैं कि दो केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है. मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाये जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है. इस कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के सभा और परिवर्तन संकल्प यात्रा पर चर्चा हुई साथ ही परिवर्तन यात्रा में कई जगहों पर निर्धारित संख्या के अनुरूप कार्यकर्ता नहीं पहुंचने की बात पर जेपी नड्डा और अमित शाह में नाराजगी जताई. भाजपा की कोर कमेटी की बैठक के बाद प्रदेश में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा हुई. सांसदों को चुनाव लड़ाना है कि नहीं ये पार्टी नेतृत्व तय करेगा. इस बैठक में इस पर चर्चा नहीं हुई. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि बैठक में पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश का फॉर्मूला राजस्थान में लागू होता है या नहीं, ये पार्टी की केंद्रीय चुनाव कमेटी तय करेगी. पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता को इग्नोर नहीं किया जा रहा है. सभी मिलकर आगे बढ़ रहे हैं. दूसरी ओर, बीजेपी चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने कहा कि बैठक में हमने बहुत विषयों पर चर्चा की. प्रत्याशियों के चयन के आधार पर भी बात हुई. चुनाव की घोषणा होने तक के कार्यक्रम तय किए गए. सांसदों को चुनाव लड़ाने पर आगे विचार किया जाएगा.
पार्टी ने मिशन राजस्थान पर तेज से काम करना शुरू कर दिया है. पार्टी ने राजस्थान का किला फतेह करने के लिए दूसरे राज्यों के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी है. हर जिले में दूसरे राज्य से आए नेता अगले दो महीने तक कैम्प करेंगे.