गरीब किसान के बेटे को मिला नया जीवनदान, AIIMS में लगा 17.5 करोड़ रुपये का इंजेक्शन
जरा सोचिये, उस शख्स पर उस वक्त क्या गुजरती होगी जब डॉक्टर बताएं कि उसके बच्चे या परिजन को दुर्लभ बीमारी है या बीमारी लाइलाज है। उस वक्त इंसान कितना निरीह और बेबस महसूस करता होगा। धरती फट जाए और उसमें समा जाएं। आंखों के सामने बच्चा पल-पल मौत के करीब जाता दिखे और मां-बाप लाचार हों। चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते। ऐसा ही मामला सहारनपुर के डेढ़ साल के मासूम भूदेव शर्मा को ऐसी ही दुर्लभ बीमारी थी। उसके बचने का एक ही रास्ता था- दुर्लभ इंजेक्शन जो भारत में कहीं मौजूद भी नहीं था। अमेरिका से मंगाना पड़ता और उस इंजेक्शन की कीमत थी 17.5 करोड़ रुपये।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक गरीब किसान के 18 महीने के बेटे भूदेव को नई जिंदगी मिली है। टाइप वन स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी यानी SMA बीमारी से पीड़ित भूदेव को 17.5 करोड़ रुपये का इंजेक्शन लगना था। इस बच्चे के लिए पूरे सहारनपुर से आवाज उठी थी। जनप्रतिनधियों से लेकर नौकरीपेशा और समाजसेवियों से लेकर धर्मगुरु बालक भूदेव के लिए आगे आए। इस तरह सहारनपुर के लोगों ने एक बीड़ा उठाया और आज उसी का परिणाम है कि भूदेव को नई दिल्ली एम्स में यह इंजेक्शन लगा दिया गया।
नई दिल्ली एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने भूदेव को ये इंजेक्शन लगाया है। इस इंजेक्शन के लगने के बाद भूदेव शर्मा को आईसीयू में रखा गया है। अगर सब कुछ ठीक रहा था तो शुक्रवार को भूदेव को सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद भूदेव अपने गांव पहुंचेगा।
बता दें सहारनपुर के गांव खजूरवाला निवासी भूदेव की जिंदगी के लिए पूर्व सांसद राघवलखन पाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर मदद करने की गुहार लगाई थी। अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने स्तर से भूदेव के लिए प्रयास किए थे। सभी के प्रयास सफल से भूदेव को आखिरकार जिंदगी का इंजेक्शन मिल गया।