
Covid: नए वैरिएंट की भारत में दस्तक, मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 1,828
Corona New Subvariant: कोविड-19 के नए वैरिएंट ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना का JN.1 स्ट्रेन पहले के वैरिएंट्स से कहीं ज्यादा संक्रामक हो सकता है। हाल ही में, केरल से JN.1 वैरिएंट का मामला सामने आया है। 78 साल की बुजुर्ग महिला के RT-PCR पॉजिटिव सैंपल में यह वैरिएंट मिला है। महिला को इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी के हल्के लक्षण थे। अब वह ठीक हो चुकी हैं।

JN.1 वैरिएंट दुनियाभर में कोविड के मामले बढ़ा रहा है। सिंगापुर में तो हफ्ते भर के भीतर 56,000 नए मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वायरस विकसित हो रहा है और लगातार बदल रहा है। WHO ने JN.1 को BA.2.86 का सब-वैरिएंट बताया है। इसके स्पाइक प्रोटीन में सिर्फ एक अतिरिक्त म्यूटेशन है। WHO ने कोविड के साथ-साथ इंफ्लुएंजा और अन्य वायरस के साथ-साथ बैक्टीरिया फैलने पर भी चिंता जाहिर की है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को कहा कि राज्य में मिला कोविड-19 का नया वैरिएंट ‘जेएन.1’ चिंता का कारण नहीं है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक सीनियर अधिकारी ने शनिवार को बताया कि नियमित निगरानी गतिविधि के तहत नया मामला मिला है।
जॉर्ज ने कहा कि यह कुछ महीने पहले उन भारतीय यात्रियों में मिला था जिनकी सिंगापुर एयरपोर्ट पर जांच की गई थी। चिंता की कोई बात नहीं है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। हालांकि, मंत्री ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए कहा कि जिन लोगों को अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, JN.1 के लक्षण भी पिछले कोविड वैरिएंट्स जैसे हैं। यह ऊपरी श्वसन तंत्र में परेशानियां खड़ी करता है। मरीजों को हल्के बुखार, खांसी, नाक बंद होना, गले में खराश, नाक बहना, सिर दर्द और पेट में गड़बड़ी की शिकायत हो सकती है। चूंकि JN.1 बेहद संक्रामक है, इसलिए यह कोविड का प्रमुख स्ट्रेन बन गया है।
Dr @mvankerkhove talks about the current surge in respiratory diseases #COVID19 and JN.1 subvariant.
— World Health Organization (WHO) (@WHO) December 17, 2023
WHO continues to assess the situation. Follow WHO’s public health advice to keep your families and friends safe during this holiday season. pic.twitter.com/HvAZVMMN49
- अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, जो वैक्सीन वायरस के स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करती हैं, वे JN.1 और BA.2.86 के खिलाफ भी असरदार साबित होनी चाहिए।
- दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में चेस्ट मेडिसिन में सीनियर कंसल्टेंट, डॉ उज्ज्वल प्रकाश ने कहा कि घबराने की बात नहीं है। सावधानी बरतना जरूरी है।
- डॉ प्रकाश ने कहा कि अभी यह कहना कि कोविड की नई लहर आ रही है, ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह किसी अन्य वायरल इन्फेक्शन की तरह गुजर सकता है।
- डॉ प्रकाश ने लोगों को मास्क पहनने समेत अन्य सावधानियां बरतने की सलाह दी। अगर लक्षण दिखें तो टेस्ट जरूर कराएं।
देश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 127 नए मामले सामने आए। इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 1,828 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़कर 55,33,317 हो गई है।