
उज्जैन: पत्थरबाजों पर हुई कार्रवाई तो डीएम को धमकाने लगे शहरकाजी

उज्जैन (मप्र)। अयोध्या में राम मंदिर के लिए धनसंग्रह करने निकले हिन्दुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर हुए पथराव के बाद प्रशासन ने उज्जैन के बेगमबाग इलाके में बड़ी कार्रवाई की।
छत से बच्चों के साथ कार्यकर्ताओं पर पत्थर फेंकने वाली रेहाना पत्नी भुरू के मकान को जेसीबी से ढहा दिया गया। इस दौरान इलाके में काफी गहमागहमी रही।
किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरे इलाके को घेर रखा था। कार्रवाई के विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए।
इलाके की महिलाएं घरों से निकलकर सड़क पर बैठ गईं। लोगों का आरोप था कि जानबूझकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। प्रशासन एक तरफा कार्रवाई कर रहा है।
शहरकाजी खलीकुर्रहमान ने कार्रवाई नहीं रुकने पर 15 मिनट में गेम बिगड़ने की चेतावनी दी। कहा, आप कुछ नहीं कर पाएंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि 10 मिनट में पहले आप इस तमाशे को बंद कराइए। लोगों को घरों में भेजिए। फिर आपसे बात होगी। कानून-व्यवस्था बिगड़ने पर प्रशासन अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा तो आप मुझे दोष मत दीजिएगा। ये आप अच्छी तरह से जानते हैं।
कलेक्टर की चेतावनी के बाद शहरकाजी चले गए। उनके जाते ही प्रदर्शनकारी भी घरों को लौट गए। इसके बाद प्रशासन ने रेहाना के मकान को ढहा दिया। शाम को आईजी राकेश गुप्ता को ज्ञापन देकर मामले की शिकायत की।
इधर, पुलिस ने पथराव करने वाले शाहरुख पुत्र असलम, अयाज पुत्र मोहम्मद एजाज, अल्टू उर्फ असलम पुत्र वहीद खान और शादाब पुत्र अकरम खान के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की है। पुलिस ने वसीम, फिरदौस को भी हिरासत में लिया है।
रात 11.30 बजे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की तरफ से भी गाड़ियों में तोड़फोड़ किए जाने की अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।
छावनी बना रहा बेगमबाग
दोपहर एक बजे रेहाना का घर ढहाने की कार्रवाई शुरू हुई। इससे पहले ही पुलिस ने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया था।
कार्रवाई शुरू होते ही लोग अपने घरों से निकलने लगे। सड़क पर आकर नारेबाजी शुरू कर दी। एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी और एएसपी अमरेंद्र सिंह ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया।
इस बीच क्यूआरएफ और एसटीएफ समेत रतलाम और देवास से पुलिस बल पहुंच गया। देखते ही देखते पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया।
आखिरकार, शाम साढ़े छह बजे रेहाना के आधे मकान को ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान पूरे इलाके में ड्रोन से निगरानी की जा रही थी।
छतों और खिड़कियों से झांक रहे थे लोग
प्रशासन की कार्रवाई को देखने के लिए लोग छतों और खिड़कियों से झांक रहे थे। कुछ लोगों ने बताया कि कार्रवाई की जद में आई रेहाना की तबियत शाम को खराब हो गई। उसे जिला अस्पताल ले जाना पड़ा।