दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक शुरू, चेयरपर्सन के चुनाव पर मंथन
CWC Meeting in Delhi: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से बैठकों का दौरा जारी है. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक NDA और INDIA की लगातार मीटिंग हो रही है. आज शाम दिल्ली में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक है. इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष और चेयरपर्सन के चुनाव पर मंथन होगा. इस बैठक में राहुल को नेता विपक्ष बनाने की मांग की जाएगी.
दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक शुरू हो गई है. बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी सांसद राहुल गांधी, पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के अन्य नेता मौजूद हैं. यह बैठक दिल्ली के होटल अशोका में हो रही है.
#WATCH | Extended Congress Working Committee meeting begins in Delhi.
— ANI (@ANI) June 8, 2024
Congress Parliamentary Party Chairperson Sonia Gandhi, Congress chief Mallikarjun Kharge, party MP Rahul Gandhi, party's general secretary Priyanka Gandhi Vadra and other party leaders present at the meeting. pic.twitter.com/dRcrsOR4lJ
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘चुनाव के बाद हमारी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक होती है और स्थिति का विश्लेषण करती है…राहुल गांधी का यह 5वां कार्यकाल है। वह एक वरिष्ठ हैं…उन्हें संसदीय दल का नेता होना चाहिए।’
महाराष्ट्र में भाजपा का काउंटडाउन शुरू: नाना पटोले
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “महाराष्ट्र में भाजपा का काउंटडाउन शुरू हो गया है और देश की सरकार का काउंटडाउन भी शुरू हो चुका है…महाराष्ट्र की जनता की पूरी कोशिश है कि ऐसी तानाशाह सरकार देश में ना हो…”
चुनाव के हार और जीत की समीक्षा होनी चाहिए: जीतू पटवारी
कांग्रेस CWC बैठक पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र जीतू पटवारी ने कहा, ‘पूरे देश में नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ एक जनादेश मिला है। स्वाभाविक रूप से कांग्रेस की सीट डबल हुई है। नरेंद्र मोदी 400 की बात करते थे और 200 के आसपास उनकी पार्टी सिमट गई। आज कांग्रेस पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक है। चुनाव के हार और जीत की समीक्षा होनी चाहिए और जहां से हम जीते हैं उसका प्रोत्साहन भी होना चाहिए।’
लोग मोदी के खिलाफ: कांग्रेस सांसद
एनडीए की सरकार बनाने पर कांग्रेस सांसद डीन कुरियाकोस ने कहा, ‘उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है। वे अधिक संख्या होने का दावा करते हैं लेकिन लोगों ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसका मतलब है कि नरेंद्र मोदी को पद छोड़ना होगा। वे अब सत्ता ले रहे हैं। लेकिन लोग उनके खिलाफ हैं। यह बहुत स्पष्ट है।’