T20 वर्ल्ड कप में कोहली-रोहित का खराब प्रदर्शन, टीम इंडिया से कट सकता है पत्ता?
T20 World Cup: आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत की अफगानिस्तान पर जीत से टीम में खुशी तो है, लेकिन लगातार रोहित शर्मा और विराट कोहली की फॉर्म टीम इंडिया के लिए सरदर्द बना है। भारत ने भले ही 47 रन से जीत दर्ज की लेकिन रोहित-विराट क्या कर रहे शायद उन्हें पता ही नहीं। अगर सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या के बीच साझेदारी नहीं हुई होती तो 2007 की चैंपियन टीम के लिए नतीजे कुछ और भी हो सकता था।
क्रिकेट में बल्ला चलता है तो लोग याद रखते हैं. बल्ला खामोश तो समझ लीजिए खेल का अंत नजदीक. विराट कोहली और रोहित के लिए T20 क्रिकेट में हालात कुछ वैसे ही बन रहे हैं, खासकर तब से जब से टीम इंडिया बिना उनके योगदान के जीतने भी लगी है.
रोहित शर्मा और विराट कोहली टी20 विश्व कप में भारत के लिए ताकत की जगह कमजोरी बनते दिख रहे। कोहली से ओपनिंग कराने का अबतक कोई फायदा नहीं मिला है। अफगानिस्तान के खिलाफ तो भारत खुशकिस्मत रहा। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसी टीमें मौका नहीं देंगी। ऐसे में टीम इंडिया को अपनी गलती को सुधारना होगा।
रोहित और कोहली ने जिस तरह से बल्लेबाजी की…पहले तो लगा कि पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल नहीं है। वे गेंद को बिल्कुल भी टाइम नहीं कर पाए। बाउंड्री तो भूल ही जाइए, एक-एक रन लेना भी उपलब्धि की तरह लग रहा था। रोहित के जाने के बाद जब ऋषभ पंत क्रीज पर आए और उन्होंने पहली ही गेंद पर आसानी से बाउंड्री लगा ली, तब ये साफ हो गया था कि पिच इतनी भी खराब नहीं थी। हमारे स्टार बल्लेबाज ही शायद इस पर खेल नहीं पा रहे थे।
इसमें कोई दो राय नहीं की विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं. उसके सबसे बड़े बल्लेबाज हैं. भारत का विराट भरोसा हैं. कोहली ने अपने दम पर भारत को कई मैच जिताएं हैं. लेकिन, क्रिकेट में हर दिन नया है. यहां हर दिन खुद को साबित करना होता है, फिर चाहे वो टीम हो या खिलाड़ी. और, T20 वर्ल्ड कप 2024 के पहले 4 मैच खेलने के बाद ये लगने है कि टीम इंडिया तो खुद को साबित करती दिख रही है. लेकिन, विराट कोहली उसमें नाकाम हो रहे हैं.
सवाल बड़ा है और जवाब देना शायद बहुत मुश्किल. लेकिन, बात जब उठी है तो वजह तो होगी ही. और, वजह ये है कि जब टीम इंडिया विराट के बगैर ही जीत रही है तो फिर उनकी T20 फॉर्मेट में जरूरत क्या है. T20 वर्ल्ड कप 2024 के पहले 4 मैचों का स्कोर कार्ड उठाकर अगर आप देखेंगे तो भारत की जीत में विराट का योगदान ना के बराबर है.
T20 वर्ल्ड कप 2024 के ग्रुप स्टेज पर विराट तीनों पारियों में नाकाम
विराट कोहली IPL 2024 में ढेर सारे रन बनाकर T20 वर्ल्ड कप 2024 में उतरे थे. ऐसे में सभी को उनसे रन बरसाने की उम्मीद थी. लेकिन, जब ICC के इस टूर्नामेंट का गेम ऑन हुआ तो भारतीय प्लेइंग इलेवन में शामिल 11 खिलाड़ियों में जिसका खेल सबसे फीका रहा, वो नाम विराट कोहली का रहा. ग्रुप स्टेज पर खेले पहले 3 मैचों में विराट पूरे 10 गेंद भी नहीं खेल सके. उन्होंने 3 पारियों में 9 गेंदें खेलने बाद बस 5 रन बनाए.
सुपर-8 के पहले मैच में सिर्फ 100 का स्ट्राइक रेट
ग्रुप स्टेज पर विराट फेल रहे पर टीम इंडिया जीतती रही. अब बारी अगले चरण यानी सुपर-8 स्टेज की थी. फैंस ने यही सोचा कि कॉम्पीटिशन बढ़ गया है तो अब विराट कोहली के खेल का स्तर भी ऊंचा देखने को मिलेगा. बेशक उसमें इजाफा हुआ लेकिन इतना भी नहीं कि वो मैच के हीरो बन सकें. अफगानिस्तान के खिलाफ खेले सुपर-8 के पहले मैच में विराट कोहली ने 24 गेंदों का सामना करते हुए 24 रन बनाए. अब 100 की स्ट्राइक रेट से रन तो विराट कोहली के बल्ले से शोभा नहीं देता. खैर, उनकी नाकामी से टीम इंडिया को नुकसान यहां भी नहीं हुआ क्योंकि दूसरे खिलाड़ियों के कमाल के प्रदर्शन की बदौलत भारत ने ये मैच जीत लिया.
क्या इस वर्ल्ड कप के बाद T20 में विराट का करियर ओवर?
अब सवाल है कि टीम इंडिया जब T20 क्रिकेट में विराट कोहली के बिना जीतने का हुनर सीख चुकी है तो फिर उनकी इस फॉर्मेट में जरूरत क्या है? T20 को युवाओं का फॉर्मेट कहा गया है. ऐसे में बेहतर है कि किसी युवा खिलाड़ी को उनकी जगह पर आगे मौका दिया और उसका भविष्य बनाया जाए. T20 वर्ल्ड कप 2024 के बीच ऐसा होते भले ही संभव ना दिखे लेकिन इस ICC टूर्नामेंट के बाद ऐसा होता दिखे तो हैरानी नहीं होनी चाहिए.
कप नहीं जीते तो रोहित-विराट पर गिरेगी गाज?
भारत के लिए,यह सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंचने की बात नहीं है। यह टूर्नामेंट जीतने के बारे में है। इससे कम कुछ भी नहीं चलेगा। अगर वे फिर से नहीं जीतते हैं, तो पूरे क्रिकेट ढांचे और संस्कृति को दोष दिया जाएगा, और यह सही भी है… कोहली और रोहित को इसका ज़्यादातर खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा।