Health: पीरियड्स शुरू होने से पहले होती है स्पॉटिंग, जानें इसके लिए क्या करें…

Periods Spotting: हर महीने जब महिलाओं को पीरियड्स होते हैं, तो उनके शरीर में कई बदलाव होते हैं। इस बीच बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हे पीरियड्स शुरू होने के कुछ दिनों पहले से स्पॉटिंग का अनुभव होता हैं। ऐसे में पीरियड्स शुरू होने से पहले स्पॉटिंग हो तो जानें इसके लिए क्या करें..

पीरियड्स के बीच ब्लीडिंग होना या फिर पीरियड्स खत्म होने के बाद ब्लीडिंग होना कोई नई समस्या नहीं है। कई बार पीरियड्स साइकिल के बीच स्पॉटिंग होने लगती है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स शुरू होने के कुछ दिनों पहले स्पॉटिंग होने लगती है। हर महीने जब महिलाओं को पीरियड्स होते हैं, तो उनके शरीर में कई बदलाव होते हैं। लेकिन कभी-कभी पीरियड्स शुरू होने से पहले ही हल्की ब्लीडिंग होती है, जिसे ‘स्पॉटिंग’ (Periods Spotting) कहा जाता है। यह आमतौर पर चिंता की बात नहीं होती, लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं। आज हम जानेगे कि स्पॉटिंग के प्रमुख कारण और इससे बचने के आसान उपाय।

हार्मोनल असंतुलन (hormonal imbalance)
हार्मोनल असंतुलन Periods Spotting का सबसे सामान्य कारण है। जब शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, तो पीरियड्स में देर या चूक हो सकती है, जिससे हल्की स्पॉटिंग हो सकती है। इससे बचने के लिए रोजाना व्यायाम करें, बैलेंस डाइट लें और तनाव को कम करें।

गर्भनिरोधक गोलियां (contraceptive pills)
गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से भी स्पॉटिंग हो सकती है, खासकर अगर आपने हाल ही में गोली बदल दी हो या नई शुरू की हो। इससे बचने के लिए डॉक्टर से परामर्श लें, सही गोली का चयन करें और गोलियों का सेवन समय पर करें।

थायरॉइड की समस्याएं (Thyroid)
थायरॉइड ग्रंथि की समस्याएं, जैसे हाइपोथायरॉइडिज्म या हाइपरथायरॉइडिज्म, भी स्पॉटिंग का कारण बन सकती हैं। इससे बचने के लिए रोजाना थायरॉइड की जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह पर थायरॉइड मेडिकेशन लें।

गर्भावस्था
अगर आप गर्भवती हैं, तो शुरुआती हफ्तों में स्पॉटिंग हो सकती है, जिसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहा जाता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और गर्भावस्था की पुष्टि करवाएं।

यूटरिन या सर्विकल पॉलीप्स
यूटरिन या सर्विकल पॉलीप्स (गांठ) भी स्पॉटिंग का कारण बन सकते हैं। ये नॉन-कैंसरस गांठें होती हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इससे बचने के लिए नियमित चेक-अप करवाएं और डॉक्टर की सलाह पर इलाज करवाएं।

स्पॉटिंग से बचने के सरल उपाय

डाइट को बैलेंस करे: अपने डाइट में हरी सब्जियां, फल, और प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करें। जंक फूड और और बाहर की ताली भुनी चीजे खाने से बचें।

व्यायाम रोजाना करें:  अपने डेली रूटीन में व्यायाम के लिए समय निकालें। योग और मेडिटेशन भी तनाव कम करने में मदद करते हैं।

शरीर को हाइड्रेटेड रखे: दिनभर पर्याप्त पानी पिएं। हाइड्रेटेड रहने से शरीर के सभी सिस्टम सही से काम करते हैं।

स्ट्रेस कम करें: तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान का सहारा लें, समय-समय पर ब्रेक लें और अपनी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों।

सही गर्भनिरोधक का चुनाव: गर्भनिरोधक गोलियों का सही उपयोग डॉक्टर से परामर्श लेकर करे। सही समय पर गोलियों का सेवन करें।

आयरन युक्त भोजन: खाने में आयरन से भरपूर चीजें शामिल करें, जैसे पालक, केले, और फलिया। खून की कमी से बचने के लिए आयरन महत्वपूर्ण है।

और सबसे जरूरी बात पर्याप्त नींद ले, हर दिन 7-8 घंटे की नींद लें। नींद की कमी से हॉर्मोनल असंतुलन हो सकता है।

Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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