Hindenburg Research: हिंडनबर्ग के आरोपों को लेकर बवाल, कांग्रेस ने किया JPC जांच की मांग…

Hindenburg Research: हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट में अमेरिकी शॉर्ट- सेलर सेबी की प्रमुख माधबी बुच के खिलाफ कई आरोप लगाए गए हैं। अब कांग्रेस ने मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि छोटे और मध्यम निवेशकों को संरक्षण दिए जाने की जरूरत है।

कांग्रेस ने अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग की है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस बड़े घोटाले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की जरूरत है।

जेएन गुप्ता ने कहा कि हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट को जितना मैंने समझा है उसके हिसाब से तो अगर आप इसे रद्दी की टोकरी में भी फेकेंगे तो रद्दी की टोकरी भी इसे अपने पास रखने से मना कर देगी और कहेगी कि ये ये मेरे लायक भी नहीं है. इस रिपोर्ट में तथ्य के नाम पर कुछ नहीं है. सबसे पहला आरोप इस रिपोर्ट में है कि वर्ष 2015 में सेबी चेयरपर्सन और उनके पति ने एक फंड में पैसा लगाया. अब हर इंसान की जिंदगी समय के हिसाब से चलती है, ना कि ये टीवी सीरियल है ना कोई मूवी. जिसमें आप फ्लैशबैक में जाकर अपना डिसीजन लेने के बाद उसे चेंज कर सके।

Hindenburg के आरोपों के जवाब में बुच दंपति ने रविवार शाम को जारी एक बयान में कहा कि IIFL वेल्थ मैनेजमेंट के एक फंड में उनका निवेश सिंगापुर स्थित प्राइवेट सिटीजन के रूप में किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि माधवी के सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में शामिल होने से दो साल पहले यह निवेश किया गया था।

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