मंकीपॉक्स ने ली भारत में एंट्री, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया अलर्ट?

Monkeypox Alert In India: मंत्रालय ने बताया कि विदेश से लौटे एक व्यक्ति को 8 सितंबर को मंकीपॉक्स के संदेह में आइसोलेशन में रखा गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के लिम्फ नोड्स में सूजन आने लगती है या उनका आकार बढ़ जाता है। मंकीपॉक्स वायरस चिकनपॉक्स या उस जैसे वायरस समूह का सदस्‍य है।

देश में मंकीपॉक्स (MPox) का पहला मरीज मिला है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार (9 सितंबर) को इसकी पुष्टि की है।एमपॉक्स (Monkeypox) ट्रांसमिशन का अनुभव करने वाले देश से यात्रा करने वाले एक व्यक्ति ने इस बीमारी के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है। अब स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसको लेकर आगे जानकारी दी है स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के पहले संदिग्ध मामले को यात्रा-संबंधी संक्रमण के रूप में सत्यापित किया गया है। सैंपल की जांच कराई गई। परीक्षण में मरीज में वेस्ट अफ्रीकन क्लैड-2 के एमपॉक्स वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।

क्या है मंकीपॉक्स(एमपॉक्स)

एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जिससे पीड़ित होने पर बुखार के साथ शरीर पर दाने निकलने लगते हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति के लिम्फ नोड्स में सूजन आने लगती है या उनका आकार बढ़ जाता है। बता दें, लिम्फ नोड शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली का हिस्सा होता हैं। मंकीपॉक्स वायरस चिकनपॉक्स (चेचक)या उस जैसे वायरस समूह का सदस्‍य है। जिसकी पहली बार पहचान साल 1958 में हुई थी।

WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स के ज्यादातर मामले युवा पुरुषों में सामने आए हैं, जिनकी औसत आयु 34 वर्ष (सीमा 18-44 वर्ष) है। सबसे ज्यादा मामले सेक्सुअल कॉन्टेक्ट से संक्रमण के हैं। इसके बाद जिसके बाद पर्सन-टू-पर्सन नॉन सेक्सुअल कॉन्टेक्ट के मामले हैं।

मंत्रालय ने कहा, ‘यह मामला जुलाई 2022 के बाद भारत में रिपोर्ट किए गए पहले के 30 मामलों के समान एक अलग मामला है, और वर्तमान सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (डब्ल्यूएचओ द्वारा रिपोर्ट किया गया) का हिस्सा नहीं है, जो एमपीओएक्स के क्लैड 1 के संबंध में है। एमपॉक्स की वैक्सीन संक्रमण और गंभीर बीमारी से बचा सकती हैं लेकिन कोई भी टीका 100 प्रतिशत प्रभावी नहीं है। ऐसे में आप कुछ बातों का खास ख्याल रखकर खुद को सेहतमंद बनाए रख सकते हैं।

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