मादा के प्रेमजाल में भेड़िये को फंसाने की तैयारी, वन विभाग का तगड़ा प्लान

UP Operation Bhediya: यूपी के बहराइच में अभी भी भेड़िए की दहशत फैली है। और आदमखोर भेड़िया अब भी वन विभाग की पकड़ से दूर है। इसी के चलते वन विभाग ने आदमखोर को अपने जाल में फ़साने के लिए एक तगड़ा प्लान तैयार किया है।

Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी क्षेत्र के तीन दर्जन गाँवों पिछले 70 दिनों से आदमखोर भेड़ियों के आतंक से जूझ रहे है। ये भेड़िये वन विभाग की पकड़ से दूर है। पाँच भेड़ियों को पकड़ने के बाद अब माना जा रहा है कि इस झुंड का सरदार, जिसे लगड़ा भेड़िया कहा जाता है, अपने अन्य साथी भेड़ियों की तलाश में भटक रहा है। इसी दौरान उसने गुस्से में बीते हफ्ते कई हमले किए हैं। वन विभाग ने अब इस चुनौती को निपटने के लिए एक नई तरकीब निकाली है।

आदमखोर के लिए अब ‘प्रेम जाल’

डीएफओ अजीत सिंह के मुताबिक, अल्फा भेड़िए को पकड़ने के लिए मादा भेड़िए की प्री-रिकॉर्डेड आवाज का उपयोग किया जाएगा. इसे खेतों के बीच बजाकर, उम्मीद है कि अल्फा भेड़िया अपनी मादा साथी की तलाश में इस आवाज की ओर आकर्षित हो जाएगा और वन विभाग के जाल में फंस जाएगा. हालांकि, इसमें सफलता मिलने की संभावना अभी अनिश्चित है क्योंकि वन विभाग को उसकी सटीक मौजूदगी का क्षेत्र नहीं पता है।

भेड़िए को भगाने व पकड़ने के लिए वन विभाग (UP Operation Bhediya) ने पहले भी कई उपाय किए हैं. अब वन विभाग का यह नया प्रयोग मादा भेड़िए की चीखने और रोने की आवाज पर आधारित है. लाउडस्पीकर की आवाज को इस तरह से सेट किया गया है कि यह असली मादा भेड़िए की तरह ही लगे, न बहुत तेज और न ही धीमी. विभाग को उम्मीद है कि अपनी बिछड़ी हुई मादा की आवाज सुनकर अल्फा भेड़िया पिंजरे की ओर खिंचा चला आएगा और उसे पकड़ लिया जाएगा।

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