Tirupati Temple: ‘घी सप्लायर ने उठाया फायदा ‘; मंदिर प्रशासन का लड्डू विवाद पर खुलासा…
Tirupati Temple Prasad News: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कहा कि घी आपूर्ति करने वालों ने मंदिर प्रशासन के पास अंतरिक जांच सुविधा की कमी का फायदा उठाया है।
प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर तिरुमला के ‘लड्डू प्रसाद’ (Tirupati Temple Prasad News) को बनाने के लिए पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किए जाने की रिपोर्ट पर हंगामा मचा हुआ है। इस बीच, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर श्यामला राव ने मिलावट के आरोपों पर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, ‘हमने यह पाया कि 4 टैंकर घी की क्वालिटी अच्छी नहीं थी। हमने तुरंत इसके सैंपल जांच करने के लिए बाहर भेज दिए। आपूर्तिकर्ताओं को यह चेतावनी भी दी गई कि अगर वे अच्छी क्वालिटी का घी सप्लाई नहीं करेंगे तो उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।’
हमने सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए भेजे थे- टीटीडी
उन्होंने कहा कि, इसके अलावा घी सप्लाई करने वाले ठेकेदार की कीमतें भी अव्यवहारिक थीं। वे इतनी कम हैं कि कोई भी कह सकता है कि शुद्ध गाय का घी इतने कम पैसों से नहीं खरीदा जा सकता है। हमने सभी आपूर्तिकर्ताओं को चेतावनी दी, कि यदि आपूर्ति किया गया घी प्रयोगशाला परीक्षण में पास नहीं हुआ तो उन्हें ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। हमने सभी नमूने एकत्र किए और इसे टेस्टिंग के लिए भेज दिया। सरकार की यह सर्वोत्तम प्रयोगशाला है और यह पूर्ण तौर पर सरकार द्वारा नियंत्रित है। जांच के बाद जो रिपोर्टें सामने आईं, वह चौंकाने वाली हैं।
बीजेपी ने बोला हमला
बीजेपी MLA टी राजा सिंह ने कहा कि जगनमोहन रेड्डी की जब सरकार थी तो उसकी सरकार के समय पर हमारे धर्म को अपवित्र करने का षडयंत्र किया गया तो आज वो सामने आ रहा है चंद्रबाबू नायडू जी की TDP की सरकार बनने के बाद में उस षडयंत्र को उजागर करने का प्रयत्न किया गया है। जगनमोहन रेड्डी की सरकार के समय पर बीफ ऑयल यानि गाय भैस की जो चर्बी होती है उसका ऑयल निकालकर उस लड्डू में मिलाया रहा था।
टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी श्यामला राव ने कहा कि प्रयोगशाला परीक्षणों में नमूनों में पशु चर्बी की मौजूदगी का पता चला है। उन्होंने कहा, टेस्टिंग के भेजे गए चारों नमूनों की रिपोर्ट में एक जैसे नतीजे आए। इसलिए हमने तुरंत घी की आपूर्ति को रोक दिया है। ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जुर्माना लगाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इसके अलावा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।