Badlapur: मुठभेड़ पर मचा बवाल… बदलापुर में श‍िंदे की मौत को लेकर उठे सवाल

Badlapur Encounter: महाराष्‍ट्र चुनाव से पहले अक्षय श‍िंदे की मौत राजनीत‍िक रंग लेती जा रही है. एक ओर जहां बदलापुर के लोग अक्षय श‍िंदे की मौत पर पटाखे जलाकर खुशी मनाई. वहीं महाराष्‍ट्र में व‍िपक्ष अक्षय श‍िंदे की मौत को लेकर कई सवाल उठा रहा है. हालांक‍ि महाराष्‍ट्र सरकार ने अक्षय श‍िंदे की मौत की असली वजह पता लगाने के ल‍िए एसआईटी गठ‍ित कर दी है जो अपनी र‍िपोर्ट में इस हत्‍याकांड की सच्‍चाई बताएगी.

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने पहले बताया था कि अक्षय शिंदे को सोमवार शाम को नवी मुंबई की तलोजा जेल से महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर ले जाया जा रहा था, जहां उसकी पूर्व पत्नी की शिकायत पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस दौरान ही हुई गोलीबारी की घटना में उसकी मौत हो गई थी।

स्कूल प्रबंधन को बचाने की है साजिश: आदित्य ठाकरे
विपक्ष ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाए। शिवसेना (यूटीबी) नेता आदित्य ठाकरे ने सरकार पर एनकाउंटर के बहाने स्कूल मैनेजमेंट को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बदलापुर के स्कूल में जो अमानवीय कृत्य किया था, उसके लिए कानून के दायरे में उसे फांसी दी जानी चाहिए थी लेकिन सोमवार शाम जो हुआ वह संदेहास्पद है।

एनसीपी नेता भी शरद पवार ने भी अक्षय के एनकाउंटर को संदेहास्पद बताया। उन्होंने कहा कि बदलापुर में दो बच्चियों के साथ जो अन्याय हुआ था, उसका फैसला कानून के दायरे में होना चाहिए था। फिलहाल एसआईटी इस मुठभेड़ की जांच कर रही है। फरेंसिक टीम के अनुसार, अक्षय का एनकाउंटर बैन में ही हुआ। वैन में टीम को तीन खोखे मिले हैं।

सुप्रिया सुले ने गृह मंत्री से माँगा जवाब
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने बदलापुर दुष्कर्म मामले के आरोपित अक्षय शिंदे के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर सवाल उठाते हुए राज्य के गृहमंत्री से जवाब मांगा है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र में अब पुलिस ही सुरक्षित नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस वैन में हथकड़ी लगा आरोपित पुलिस पर फायरिंग कर सकता है, तो पुलिस की सुरक्षा को लेकर राज्य के गृहमंत्री को जवाब देना चाहिए।

मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि जब आरोपित के दोनों हाथ बंधे थे तो उसने गोली कैसे चलाई? आम नागरिकों के साथ-साथ पुलिस भी ऐसे सवाल से परेशान है। उन्होंने कहा कि इस वक्त इस मामले की जांच होनी चाहिए। हमारा देश कानून और संविधान से चलता है। इस केस की वजह से मुझे पुलिस की भी चिंता हो रही है। हाथ बंधे होने पर कोई आरोपित सर्विस रिवाल्वर छीनकर पुलिस पर गोली कैसे चला सकता है? इसलिए मैं बहुत चिंतित हूं।

क्या है बदलापुर में शिंदे की कहानी
अक्षय शिंदे की कहानी बदलापुर से शुरू हुई। एक अगस्त को अक्षय को स्कूल में सफाईकर्मी की नौकरी मिली थी। 16 अगस्त को नर्सरी में पढ़ने वाली दो बच्चियों के माता-पिता मनसे के पदाधिकारी के पास पहुंचे और उसने छात्राओं के यौन उत्पीड़न के बारे में बताया। आरोप है कि 12 अगस्त को स्कूल में साफ-सफाई करने वाले अक्षय ने टॉयलेट में बच्चियों के साथ गलत किया। इसके अगले दिन 17 अगस्त को बदलापुर (ईस्ट) में एफआईआर दर्ज की गई। आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया। फिर इलाके के लोग भड़क उठे। 20 अगस्त को बच्चों के मां-बाप समेत स्थानीय लोगों ने 10 घंटे तक प्रदर्शन किया। ट्रेनें रोकी गईं।

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