बहराइच में बुलडोज़र के दहशत में दंगाई… मकान से सामान खाली कर रहें लोग

Bahraich Violence: बहराइच के महराजगंज में हिंसा पर काबू पाने के बाद भी सातवें दिन शनिवार को सन्नाटा पसरा रहा। ​​​​सड़कों पर अभी भी सन्नाटा है। जगह-जगह फोर्स तैनात है। हालांकि, अब प्रशासन एक्शन में जुट गया। राम गोपाल की हत्या में मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर बुलडोजर चल सकता है।

महाराजगंज इलाके में पीडब्ल्यूडी द्वारा लगाए गए नोटिस से इलाके में दहशत है. मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर से लेकर मस्जिद की 4 दुकानों समेत 23 घरों, दुकानों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं.

बुलडोजर कार्यवाही में प्रशासन पर भेदभाव का आरोप
लोगों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा दिए गए नोटिस में भेदभाव किया गया है. इलाके के मसूद अहमद कहते हैं कि ‘अब्दुल हमीद ने गुनाह किया उसका घर गिराया जाए. मगर उसके बगल में तमाम हिंदू भाइयों के भी मकान बने हैं, उन पर नोटिस नहीं लगे. इलाके में लगाए गए 23 घरों के नोटिस में सिर्फ तीन हिंदू भाइयों के मकान हैं, बाकी 20 मकान मुसलमानों के हैं.’

रामप्रसाद के तीन बेटों के घर लगा नोटिस
महाराजगंज इलाके में जिन मकानों पर नोटिस चस्पा किया गया, उनमें तीन सगे भाई भी हैं. रामप्रसाद के तीनों बेटों ननकऊ, पप्पू और मून जायसवाल के घरों पर भी नोटिस लगाया गया है. मून ने कहा, “प्रशासन ने कभी हमें कोई नोटिस नहीं दिया. कल अचानक शाम को 3 दिन में मकान गिराने का नोटिस देकर चले गए.” मून की पत्नी जिस घर में बहु बनकर आई थी वो घर रातों रात फसाद के बाद अवैध हो गया, तो वो आंसू रोक नहीं पा रही है.

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

बता दें कि पीडब्ल्यूडी की तरफ से लगाए गए नोटिस के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। ऐसे में किराए पर रह रहे लोग अपना सामान बचाने के लिए उसे सुरक्षित स्थान की ओर ले जा रहे हैं। वही शनिवार सुबह से ही लोग अपना सामान ट्रैक्टर ट्रॉली और अन्य साधन से निकालने में लगे हैं। कुछ स्थानीय लोग भी समान निकाल रहे हैं। उधर एक बार पुनः महराजगंज में नेट फ्रीक्वेंसी कम कर दी गई है.

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