वर्क फ्रॉम होम ज्यादा अच्छा है या ऑफिस से काम करना? स्टडी में हुआ खुलासा
Work From Home Culture: हाल ही में वर्क फ्राम होम या वर्क फ्राम ऑफिस को लेकर एक स्टडी सामने आई है। जिसमे बताया गया है कि कैसे ऑफिस में सहयोगियों के साथ बैठकर काम करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
Work From Home Culture: कोरोना महामारी के दौरान दुनिया भर में लोगों ने बाहर जाकर काम करने की बजाय घर से ही काम (work from home) किया. उस दौर में वर्क फ्रॉम होम का (Work From Home Culture) चलन बढ़ा है। इतने दिनों बाद भी कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का ऑप्शन दे रही हैं। लेकिन लंबे समय तक वर्क फ्रॉम होम करने से लोगों की मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ा है। हाल ही में कराई गई एक स्टडी में पता चला है कि मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने में वर्क फ्रॉम होम की जगह वर्क फ्रॉम ऑफिस (work from office)ज्यादा बेहतर है।
वर्क फ्रॉम होम से मेंटल हेल्थ पड़ रहा असर
हाल ही में ग्लोबल स्तर पर कराई गई एक स्टडी में कहा गया है कि भारत में ऑफिस में काम करने वाले इम्पलॉयी की मेंटल हेल्थ घर से काम करने वालों की अपेक्षा अच्छी रहती है. इसमें कहा गया है कि यूरोप और अमेरिका के उलट भारत में दफ्तर से काम करने वालों को मानसिक सुकून मिलता है. यहां दफ्तर से काम करने वाले लोग घर से काम करने वाले या हाईब्रिड माहौल में काम करने वालों की अपेक्षा कम तनाव में रहते हैं।
Sapiens Labs की संस्थापक और मुख्य वैज्ञानिक तारा थियागराजन के अनुसार, मेंटल हेल्थ केवल मूड या दृष्टिकोण से नहीं जुड़ा होता, बल्कि जीवन की चुनौतियों का सामना करने और प्रोडक्टिविटी के साथ काम करने की मानसिक क्षमता से संबंधित होता है. इसमें अनुकूलता, सामाजिक आत्मविश्वास, प्रेरणा और शारीरिक-मानसिक संबंध जैसी क्षमताएं शामिल हैं. अध्ययन में यह भी बताया गया कि मेंटल हेल्थ केवल पर्सनल लाइफ तक सीमित नहीं होता, बल्कि प्रोफेशनल लाइफ का भी उस पर गहरा असर पड़ता है. ऑफिस में रिश्तों और माहौल का मानसिक सेहत पर पॉजिटिव या नेगेटिव प्रभाव हो सकता है