UP News: प्रयागराज में छात्रों प्रदर्शन उग्र, डीएम-कमिश्नर को भी दे दी नसीहत
UPPSC Exam: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ आंदोलित छात्रों में आक्रोश चरम पर है. रात करीब 11 बजे डीएम, पुलिस कमिश्नर, लोक सेवा आयोग के सचिव छात्रों से वार्ता करने पहुंचे थे।
UPPSC Exam: प्रयागराज में यूपीपीएससी अभ्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन के बीच यूपी लोक सेवा आयोग की प्रतिक्रिया सामने आई है. आयोग ने परीक्षाओं में शुचिता और अभ्यर्थियों की सुविधा को अपनी प्राथमिकता बताया है. परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन को लेकर हो रहे विरोध पर आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता एवं छात्रों के भविष्य को संरक्षित करने के उद्देश्य से परीक्षाएं केवल उन केन्द्रों पर कराई जा रही है, जहां किसी प्रकार की कोई गड़बड़ियों की संभावना नहीं है।
क्यों आंदोलन कर रहे छात्र
बता दें कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं. 11 नवंबर से हजारों की संख्या में छात्र यूपी पीएससी के खिलाफ सड़कों पर हैं. छात्रों का कहना है कि बीते दो साल से आयोग परीक्षा करा पाने में विफल रहा है. इसी साल की शुरुआत यानी जनवरी 2024 में आयोग ने उत्तर प्रदेश सिविल सर्विसेज का नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसकी परीक्षा मार्च माह में लंबित थी, जिसको फिर अक्टूबर माह के लिए टाल दिया गया.
इसके बाद आयोग की एक और परीक्षा समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी 11 फरवरी को आयोजित की गई थी परन्तु पेपर लीक होने के वजह से इसको निरस्त कर दिया गया था. इन दोनों परीक्षाओं को अक्टूबर माह में आयोजित करने के लिए प्रस्तावित किया गया था. फिर अचानक आरओ एआरओ को दिसंबर माह में कराने की घोषणा की जाती है. इसके साथ ही छात्रों दो शिफ्ट में पेपर करने के लिए कहा गया, जिससे छात्रों में आक्रोश है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सचिव अशोक कुमार ने कहा कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार पीसीएस-प्री (प्रारंभिक) परीक्षा निर्धारित तिथि सात और आठ दिसंबर को और आरओ-एआरओ परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को होगी। प्रतियोगी छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि कुछ अवैध कोचिंग संस्थानों, नकल माफिया और अराजक तत्वों द्वारा छात्रों को भ्रामक जानकारी देकर भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है। आग्रह किया कि वे ऐसी गलत सूचनाओं से बचें और अपनी तैयारी पर ध्यान दें। अभ्यर्थियों के आग्रह पर ही पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा दो दिवस में कराने का निर्णय लिया गया है।