बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या व उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं: गोपाल राय

Lucknow: राजधानी लखनऊ में विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय के नेतृत्व बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों और चिन्मय कृष्ण की गिरफ्तारी के खिलाफ एक विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया।

Lucknow: विश्व हिंदू रक्षा परिषद के (Vishwa Hindu Raksha Parishad) अध्यक्ष गोपाल राय के नेतृत्व में शनिवार को गोमती नगर (Gomti Nagar) कार्यालय से 1090 चौराहे होते हुए हजरतगंज चौराहे से शहीद स्मारक तक एक विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों और चिन्मय कृष्ण (Chinmoy Krishna) की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाया पदयात्रा में हजारों लोगों की भागीदारी रही, जिन्होंने अपनी मांगों को लेकर सरकार से सख्त कार्यवाही की अपील की।

चिन्मय कृष्ण की गिरफ्तारी जुल्म की पराकाष्ठा

गोपाल राय ने लखनऊ (Lucknow) में प्रदर्शन के दौरान कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले बेहद निंदनीय और चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को तुरंत रोका जाना चाहिए। साथ ही चिन्मय कृष्ण के खिलाफ लगाए गए सभी झूठे मामले वापस लिए जाएं और उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए। उन्होंने इसे हिंदू समाज पर दोहरा आघात बताते हुए सरकार से इस मामले पर कठोर कदम उठाने की मांग की।

पदयात्रा के अंत में मंडल आयुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की गई और भारत सरकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने की अपील की गई। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि बांग्लादेश सरकार पर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए दबाव डाला जाए।

विश्व हिंदू रक्षा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष शिखर गुप्ता ने प्रधानमंत्री से इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा कि मोदी जी को न केवल बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जोरदार आवाज उठानी चाहिए, बल्कि भविष्य में भी हिंदुओं पर इस तरह का कोई संकट न आए इस बात को भी सुनिश्चित करना चाहिए।

प्रमुख रूप से प्रदेश अध्यक्ष शिखर गुप्ता, हिमांशु धवल, स्वामी कन्हैया महाराज जी, दीपक राय, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राघवेंद्र राय, मानसी गुप्ता, तपस्वी तिवारी, शिवम् सिंह राणा, ओपेन्द्र सिंह, प्रदीप सिंह मामा, एल पी सिंह, एवं अन्य सैकड़ों लोगों मौजूद रहे।

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