
AAP के हुए अवध ओझा, क्या चुनाव में आजमायेंगे किस्मत?
Avadh Ojha: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले अवध ओझा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। अवध ओझा को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्राथमिक सदस्यता दिलाई।
Avadh Ojha joins AAP: मशहूर ऑनलाइन कोचिंग टीचर और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा की राजनीति में एंट्री हो चुकी है। अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वह पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में AAP में शामिल हुए. छात्रों के बीच अवध ओझा (Avadh Ojha) पहचान न सिर्फ एक शिक्षक के रूप में, बल्कि एक प्रेरणास्त्रोत के तौर पर भी है. उनके जीवन की कहानी संघर्ष, परिश्रम और दृढ़संकल्प छात्रों के लिए एक मिसाल है।
आप में शामिल होने पर क्या बोले अवध ओझा?
ओझा ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो परिवार, समाज और राष्ट्र की आत्मा है। दुनिया में जितने भी देश महान हुए उनकी पृष्ठभूमि में शिक्षा का योगदान रहा। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत पर यह सबसे यह बात साझा करना चाहता हूं कि जैसा कि मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा और राजनीति को चुनना हो तो मैं शिक्षा को चुनूंगा, ऐसा ही उद्देश्य मेरा भी है। राजनीति में आकर शिक्षा का विकास मेरा सर्वोत्तम उद्देश्य है।’
बचपन से ही आईएएस बनना चाहते थे ओझा
छात्रों के बीच ओझा सर के नाम से फेमस हैं, लेकिन उनका पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है. 3 जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा में जन्में ओझा सर के पिता श्रीमाता प्रसाद ओझा पोस्टमास्टर थे और उनकी मां वकील थीं. कई रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि ओझा सर के पिता ने अपनी पत्नी को पढ़ाने के लिए 5 एकड़ जमीन बेच दी थीअवध प्रताप ओझा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गोंडा से की. 10वीं के बाद उन्होंने फातिमा इंटर स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया.अवध प्रताप ओझा बचपन से ही आईएएस बनना चाहते थे और इसके उनके माता पिता ने भी सपोर्ट किया. अवध ओझा ने दिल्ली में रहकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की और प्रीलिम्स क्लियर कर लिया, लेकिन मेंस क्वालिफाई नहीं कर पाए. इसके बाद उनकी जिंदगी ने नया मोड़ लिया और वो उन्होंने पढ़ाना शुरू कर दिया.
हालांकि, जब अवध ओझा से पूछा गया कि क्या वह विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं, इसका जवाब ‘हां’ या ‘ना’ में नहीं देकर उन्होंने खांटी नेताओं के अंदाज में कहा, ‘अब मैं पार्टी का हिस्सा हूं, पार्टी जो भी आदेश करेगी, मैं वही करूंगा।’ वहीं, अरविंद केजरीवाल ने भी इस तरह के एक सवाल के जवाब में कहा कि थोड़ा सा सस्पेंस बना रहने दिया जाए।