‘देश को चलाने के लिए संसद चलना बहुत जरूरी’, विपक्ष के प्रदर्शन के दौरान बोलें रिजिजू

Parliament Winter Session 2024: शीतकालीन सत्र का पूरा हफ्ता हंगामे में चला गया, आज भी लोकसभा की शुरुआत में जमकर नारेबाजी हुई. सदन शुरू होने से पहले विपक्षी INDIA ब्लॉक के नेताओं ने अडाणी और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हुए। हालांकि सपा और TMC के सदस्य इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।

नारेबाजी होती रही, लेकिन अब प्रश्नकाल चल रहा है. बता दें कि सोमवार को सरकार और विपक्षी दलों के बीच बनी सहमति के बाद संसद में संविधान पर चर्चा की तिथियों की घोषणा के साथ ही ये गतिरोध टूट गया और आज से लोकसभा तथा राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने की संभावना जताई गई थी. विपक्ष की मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने ऐलान किया कि लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होगी तथा राज्यसभा में यह चर्चा 16 और 17 दिसंबर को होगी

देश को चलाने के लिए संसद चलना बहुत जरूरी: किरण रिजिजू
विपक्ष के प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘देश को चलाने के लिए संसद चलना बहुत जरूरी है। संसद की कार्यवाही अगर ठीक से नहीं होगी तो उसका सबसे ज्यादा नुकसान देश और विपक्ष के सांसदों को होता है। हम बिना चर्चा के भी बिल पास कर सकते हैं, क्योंकि हमारे पास बहुमत है। हालांकि ऐसा करना हमें ठीक नहीं लगता है।

रिजिजू ने अडाणी मुद्दे पर कहा- अगर किसी दूसरे देश में किसी भारतीय के खिलाफ कोर्ट में कोई आदेश आता है तो क्या सदन में उसकी चर्चा हमेशा जारी रहेगी? विपक्ष के कई सांसद इस बात को महसूस कर रहे हैं कि सदन को बाधित करना न तो देश हित में है और न ही विपक्ष के हित में है।

मनरेगा फंड पर कल्याण बनर्जी ने उठाए सवाल
मनरेगा फंड पर चल रही चर्चा के दौरान सांसद कल्याण बनर्जी ने सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा फंड रोके जाने पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “अगर आपको बंगाली भाषा पसंद नहीं है तो आप बंगाल को पैसा नहीं देंगे?” कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जवाब देते हुए कहा कि मोदी सरकार इस फंड का दुरुपयोग नहीं होने देगी.

बांग्लादेश मुद्दे पर बोलें अखिलेश यादव
संसद परिसर में बांग्लादेश मुद्दे पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है कि भारत सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. ये चीजें नहीं होनी चाहिए. अगर वे हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते तो वे एक मजबूत सरकार होने का दावा कैसे कर सकते हैं.

तो वहीं प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में लोगों को वोट देने से रोके जाने के आरोपों को उठाया. इस पर अध्यक्ष धनखड़ ने कहा कि उनका भाषण रिकॉर्ड में नहीं जाएगा.

नियम 267 के तहत 42 नोटिस प्राप्त हुए: सभापति जगदीप धनखड़
राज्यसभा में आज सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्हें नियम 267 के तहत 42 नोटिस मिले हैं और वे AAP सांसद राघव चड्ढा द्वारा नियम 267 के तहत अपना नोटिस सार्वजनिक डोमेन में डालने की निंदा की. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्या राघव चड्ढा ने कभी नियम पढ़े हैं. नोटिस को सार्वजनिक डोमेन में डालना प्रावधानों के प्रति 100% अवहेलना है. उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मसला है. उन्होंने कहा, “मैं नेताओं के साथ उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा करूंगा, क्योंकि इस समय यह नियंत्रण से बाहर हो रहा है.”

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