Moscow Blast में रूस के न्यूक्लियर चीफ की मौत…यूक्रेन ने ली जिम्मेदारी
Russia Nuclear Chief Igor Kirillov Death: यूक्रेन से भीषण जंग के बीच रूस के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। रूस के परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मंगलवार को मॉस्को में हुए भीषण ब्लास्ट में मौत हो गई। धमाका उस वक्त हुआ जब किरिलोव अपने अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे। किरिलोव के पास खड़ा एक इलेक्ट्रिक स्कूटर अचानक धमाके से उड़ गया। इस घटना में किरिलोव के साथ उनके असिस्टेंट की भी जान चली गई।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यूक्रेन के अधिकारियों के हवाले बताया है कि किरिलोव की हत्या यूक्रेन ने कराई है। वहीं यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक किरिलोव पर हुए हमले की जिम्मेदारी यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस (SBU) ने ली है।
Lieutenant General Igor Kirillov, the Commander of the Russian Armed Force’s Radiological, Chemical and Biological Defence Unit has been Killed in a targeted Bombing at the Entrance to an Apartment Building in the Ryazansky District of Moscow. pic.twitter.com/F5SFu9bXiq
— Baba Banaras™ (@RealBababanaras) December 17, 2024
रूस के बड़े अधिकारी थे किरिलोव
इगोर किरिलोव अप्रैल 2017 में रूस के न्यूक्लियर फोर्सेस के चीफ बनाए गए थे। इसके अलावा किरिलोव रेडिएशन, केमिकल और बायोलॉजिकल वेपन डिपार्टमेंट के चीफ भी रह चुके थे। किरिलोव ने 2024 में यूक्रेन पर डर्टी बम बनाने का आरोप लगाया था। किरिलोव ने दावा किया था कि अमेरिका की मदद से यूक्रेन रेडियोएक्टिव मटेरियल का इस्तेमाल कर घातक हथियार बना रहा है। किरिलोव ने पहले भी अमेरिका पर बायोलॉजिकल हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था।
यूक्रेन में किरिलोव के इशारे पर हुए थे कई जैविक हमले
फरवरी 2022 में पूर्ण पैमाने पर रूसी आक्रमण की शुरुआत के बाद से किरिलोव के इशारे पर यूक्रेनी क्षेत्र में 4800 से अधिक बार रासायनिक हमले करने का आरोप है। इन हमलों में ड्रोन हमलों के साथ-साथ विषैली गैसों का प्रयोग भी शामिल है। विषैली गैसों का लड़ाकू ग्रेनेडों में भी इस्तेमाल किया गया। किरिलोव यूक्रेन पर हमलों के दौरान बर्बरता के लिए काफी कुख्यात रहे। इतना कि किरिलोव यूक्रेन की आंखों में चुभने लगे। यूक्रेनी सेना लंबे वक्त से किरिलोव को ठिकाने लगाने पर विचार कर रही थी।
यूक्रेन सरकार के लिए वांटेड क्रिमिनल थे किरिलोव
किरिलोव ने युद्ध की शुरुआत से ही यूक्रेन और पश्चिम दोनों के विरुद्ध अनेक दावे करके बदनाम करने की कोशिश की। इनमें सबसे ज्यादा भ्रामक और तथ्यहीन दावा यह था कि अमेरिका यूक्रेन में जैविक हथियारों की प्रयोगशालाएं बना रहा है। रूसी सरकार ने इन्हीं दावों का इस्तेमाल करके यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर युद्ध को सही ठहराया था। उन्होंने मार्च 2022 में दस्तावेज तक पेश कि और दावा किया कि रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमले के दौरान ऐसी जगहों को जब्त किया है, जहां अमेरिका यूक्रेन में जैविक प्रयोगशाला बना रहा है। हालांकि स्वतंत्र रूप से इन दावों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
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