तुर्की महिला पिनार ने लगाईं आस्था की डुबकी… दुनिया को आकर्षित कर रहा सनातन धर्म
Kumbh Mela 2025: दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेला ‘महाकुंभ 2025’ की शुरुआत आज 13 जनवरी से हो चुकी है. महाशिवरात्रि के दिन इस सनातन पर्व का समापन होगा. आज पौष पूर्णिमा के दिन महाकुंभ का पहला स्नान है. सुबह 8 बजे तक लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं.
वहीं, मुस्लिम बहुल देश तुर्की की निवासी पिनार ने भी इस धार्मिक मेले में हिस्सा लिया और खुद को भारतीय संस्कृति से परिचित किया. पिनार ने संगम में स्नान भी किया.
भारतीय संस्कृति से प्रभावित हुईं पिनार
आज पौष पूर्णिमा के दिन पिनार ने भी अन्य श्रद्धालुओं के साथ संगम में डुबकी लगाई. माथे पर तिलग लगाकर पिनार ने सनातन धर्म की राह पर चलने का अनुभव लिया. इस दौरान पिनार ने बताया कि उन्होंने महाकुंभ के बारे में अपने दोस्तों से सुना था और भारत आकर इसे देखने की इच्छा काफी समय से थी. भारतीय संस्कृति से प्रभावित हुईं पिनार का कहना है कि महाकुम्भ का माहौल बड़ा दिव्य है. गंगा स्नान और संगम की रेत पर चलने का अनुभव कभी न भूल पाने वाला है. उन्होंने कहा कि यहां की ऊर्जा और वातावरण उन्हें भारतीय परंपराओं की गहराई को समझने का मौका देता है.
दुनिया को आकर्षित कर रहा सनातन धर्म
महाकुंभ का वातावरण कुछ अलग ही है। गंगा स्नान और संगम की रेत पर चलने का अनुभव कभी नहीं भूलने वाला है। मेरे लिए यह यात्रा आध्यात्मिक साबित हुई है। यहां के माहौल में मैंने भारतीय परंपराओं को गहराई से समझाहै। यह पूरी दुनिया को भारत से जोड़ता है।बता दें कि सिर्फ तुर्की की पिनार ही नहीं, बल्कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इटली, इंडोनेशिया, मॉरीशस समेत कई देशों से भी श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान के लिए आ रहे हैं. हर किसी को सनातन धर्म अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
महाकुंभ के लिए पूरी तरह से अलर्ट है सुरक्षा एजेंसियां
महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस, कुंभ मेला पुलिस, एनएसजी, एटीएस, एनडीआरएफ और बाकी पैरामिलिट्री फोर्सेज लगातार मॉक ड्रिल का अभ्यास कर रहे हैं. शनिवार (11 जनवरी) को प्रयागराज के बोट क्लब पर एक संयुक्त मॉक ड्रिल आयोजित की गई जिसमें एनएसजी, यूपी एटीएस, एनडीआरएफ और जल पुलिस ने हिस्सा लिया. इस मॉक ड्रिल के माध्यम से सुरक्षा बलों ने महाकुंभ के दौरान आने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को परखा.
महाकुंभ के इस महापर्व को लेकर भारतीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता साफ तौर पर दर्शाती है कि इस विशाल आयोजन के दौरान सुरक्षा एक प्रमुख प्राथमिकता होगी. वहीं पिनार जैसे विदेशी श्रद्धालुओं के अनुभव इस आयोजन को वैश्विक मंच पर और भी अहम बना रहे हैं.
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