
Surya Grahan 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण आज, ध्यान रखें ये बातें नहीं होंगे बुरे परिणाम
Surya Grahan 2025 : सूर्य ग्रहण केवल एक खगोलीय घटना नहीं है, बल्कि इसे धर्म और ज्योतिष से भी जोड़ा जाता है। आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार, दोपहर 2 बजकर 21 मिनट पर प्रारंभ होगा और शाम 6 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा.
Surya Grahan 2025: आसमान में घटित होने वाली सबसे अद्भुत घटनाओं में से एक माना जाता है सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse)। इस साल कुल 4 ग्रहण लगने वाले हैं जिनमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं. साल का पहला सूर्य ग्रहण आज 29 मार्च के दिन लग रहा है। इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 53 मिनट की रहने वाली है। सूर्य ग्रहण लगने पर हिंदू धार्मिक मान्यतानुसार इसका सूतक काल लग जाता है. ऐसे में यहां जानिए सूर्य ग्रहण से जुड़ी जरूरी बातें. पढ़ें कैसे लगता है सूर्य ग्रहण, आज किस प्रकार का सूर्य ग्रहण लग रहा है, यह ग्रहण किस समय लगेगा (Solar Eclipse Time), इसे भारत से देखा जा सकेगा या नहीं, संसार के किन हिस्सों में यह ग्रहण नजर आएगा।
किस समय लगेगा सूर्य ग्रहण Surya Grahan Timing
भारत के समयानुसार यह ग्रहण दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और शाम 4 बजकर 17 मिनट पर अपने चरम पर होगा. आज लग रहा ग्रहण भारत से नजर नहीं आएगा. इस ग्रहण को संसार के कई हिस्सों से देखा जा सकेगा लेकिन भारत के लोग यह सूर्य ग्रहण नहीं देख सकेंगे.
किस तरह का होगा यह सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse Type)
साल का पहला सूर्य ग्रहण आंशिंक सूर्य ग्रहण (Parstial Solar Eclipse) होने वाला है. जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है लेकिन सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता और सूर्य का कुछ ही हिस्सा अंधकारमय होता है तो इसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं. नॉर्थ अमेरिका से सूर्य ग्रहण का बेहतरीन नजारा देखने को मिलेगा.
क्या भारत में मान्य होगा सूतक काल (Sutak Lagega Ya Nahi)
सूतक काल को हिंदू धर्म में अशुभ समय माना जाता है। सूतक काल तब लगता है जब ग्रहण को भारत से देखा जा सकता है. आज 29 मार्च के दिन लग रहा सूर्य ग्रहण भारत से नहीं दिखेगा इसीलिए इस ग्रहण का सूतक काल भारत (Sutak in India) में मान्य नहीं होगा और लोगों को सूतक काल के दौरान सावधानी नहीं बरतनी पड़ेगी.
करें ये काम
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण के खाने-पीने की मनाही होती है। ऐसे में अगर ग्रहण के दौरान खाने में तुलसी के पत्ते डाल देते हैं, तो इससे ग्रहण के प्रभाव को कम किया जा सकता है और इससे भोजन भी अपवित्र नहीं होता है। ग्रहण खत्म होने के बाद इस भोजन को खाया जा सकता है।
न करें ये गलती
इस बार सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन लग रहा है। ऐसे में इस दिन पर भूलकर भी तुलसी में जल अर्पित न करें और न ही तुलसी के पत्ते तोड़ें। इससे आपको जीवन में नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। भोजन आदि में डालने के लिए आप तुलसी के पत्ते एक दिन पहले ही तोड़ कर रख सकते हैं।
नए काम की शुरुआत – आज शनि अमावस्या और सूर्य ग्रहण के चलते कोई शुभ कार्य ना करें. जैसे नई कारोबारी डील, घर निर्माण की शुरुआत, पूजा-यज्ञ अनुष्ठान आदि।
Disclaimer – प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. live new india इसकी पुष्टि नहीं करता है।