
Girija Vyas के निधन पर सोनिया गांधी ने जताया शोक, बताया ‘अपूरणीय क्षति’
Sonia Gandhi on Girija Vyas Death: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने गिरिजा व्यास के परिजनों को पत्र लिखकर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं और उनकी सेवाओं को याद किया।
भाई गोपाल कृष्ण शर्मा को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने लिखा, “आपकी बड़ी बहन, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री, साहित्य जगत की सशक्त हस्ताक्षर लेखिका, प्रसिद्ध कवियित्री सौम्य स्वभाव एवं मृदुभाषी डॉ. गिरिजा व्यास जी लगभग एक माह पूर्व एक भीषण दुर्घटना की चपेट में आने की वजह से अहमदाबाद में चल रहे इलाज के दौरान उनके निधन के समाचार से मैं स्तब्ध हूं। उनका हम सबके बीच से जाना उनके परिवार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, साहित्य जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। राजनीतिक, सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सिद्धांतों और विचारधारा पर उनकी अपनी अंतिम सांस तक अडिग आस्था रही। सार्वजनिक जीवन में चाहे संगठन रहा हो या सरकार, उन्हें जो भी दायित्व मिला, उसे उन्होंने पूरी कर्तव्य परायणता के साथ निभाया। ऐसी बहुमुखी प्रतिभा की धनी गिरिजा व्यास जी का देहावसान समाज में भी एक रिक्तता उत्पन्न करता है। पीड़ा के इन क्षणों में मैं उनके परिवारजनों, सहयोगियों, शुभचिंतकों और समर्थकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।”
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार (1 मई) को अहमदाबाद में निधन हो गया था। उनकी पार्थिव देह देर रात उदयपुर लाया गया। शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शरीर जनता के अंतिम दर्शन के लिए देवतामगरी स्थित उनके आवास पर रखा गया, जिसमें पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, भाजपा विधायक दीप्ति महेश्वरी, फूल सिंह मीणा, तारा चंद जैन और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी मौजूद रहे।
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आपको बता दें, डॉ. व्यास 31 मार्च को उदयपुर स्थित अपने घर में गणगौर की पूजा करते समय गंभीर रूप से जल गई थीं। आरती के दौरान दीपक से उनके दुपट्टे में आग लग गई। एक घरेलू नौकर ने तुरंत उनकी मदद की और उन्हें उदयपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। बाद में उन्हें बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद रेफर कर दिया गया। भाई गोपाल शर्मा के अनुसार, उनकी हालत में शुरुआत में सुधार के संकेत मिले थे, लेकिन पिछले दो दिनों में उनकी हालत बिगड़ गई। 1 मई को उनकी मौत हो गई। दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियां उदयपुर स्थित उनके आवास पर पहुंचीं।
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