वाराणसी: KCRC व जनता के सहयोग से नियंत्रण में है कोविड की स्थिति

वाराणसी। काशी कोविड रिस्पांस सेंटर (KCRC) के तहत कोविड की रोकथाम के लिए एमएलसी ए.के.शर्मा, मंडल कमिश्नर, जिलाधिकारी, स्वास्थ्य कर्मियों, सरकारी एवं निजी क्षेत्र के डॉक्टरों, रेवेन्यू, पुलिस, विकास अधिकारियों, आशा वर्कर एवं ग्राम कर्मचारियों की टीम के साथ अविरत प्रयास चल रहा है।

कोविड मरीजों के उपचार के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाने एवं मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर चिकित्सा व्यवस्था के विस्तार एवं फैलाव का सफल प्रयास किया गया।

एक महीना पहले वाराणसी जिले में आरटीपीसीआर टेस्ट करने की क्षमता दैनिक 5-6 हजार थी। वो आज बढ़कर दुगुना हो गई है। लगभग 12 हजार से ऊपर दैनिक टेस्ट की क्षमता अब वाराणसी में हो गई है।

आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट मिलने में एक महीना पहले पांच दिन से एक सप्ताह का समय लगता था। अब यह रिपोर्ट 24 घंटे या उससे भी कम समय में उपलब्ध हो रही है। इसका कारण है कि RNA Extraction के लिए दो नई ऑटोमैटिक मशीनें सीएसआर के माध्यम से लगवाईं गईं।

एक महीना पहले वाराणसी शहर में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध ऑक्सीजन बेड की संख्या लगभग 700 थी जो आज बढ़कर 1800 यानी ढाई गुना से ऊपर हो गई है।

कई तत्कालीन अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ कई नए अस्पतालों में कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्था कराई गई जिसमें बीएचयू का ट्रामा सेंटर एवं भाभा कैंसर अस्पताल भी शामिल है।

कई निजी अस्पताल लों को प्रोत्साहित कर उन्हें आवश्यक व्यवस्था मुहैया करा कर कोविड मरीजों के उपचार के लिए तैयार किया गया।

लगभग 600 ऑक्सीजन सिलेंडर ( 400 डी-टाइप और 200 बी-टाइप) की अतिरिक्त व्यवस्था की गई जिसमें से 400 अन्य राज्यों से मंगाए गए।

ऑक्सीजन के बाहर से लाकर स्थानीय अस्पतालों को उपलब्ध कराने का काम युद्ध स्तर पर किया गया उसके चलते वाराणसी में किसी अस्पताल में भर्ती मरीजों को कष्ट का सामना नहीं करना पड़ा।

इसी के साथ 600 LPM का ऑक्सीजन प्लांट मंडल अस्पताल में लगाया गया। रामनगर अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुका है। अन्य भी इस तरह के प्लांट शीघ्र ही कार्यरत हो जाएंगे।

1077 सहित काशी कोविड रिस्पांस सेंटर के 20 टेलीफोन नंबरों पर 24 घंटे संपर्क एवं मार्गदर्शन की व्यवस्था की गई। साथ ही एंबुलेंस, शव वाहिन एवं दाह संस्कार आदि सेवाओं के लिए अलग-अलग नंबर जारी किए गए और यह सेवाएं 24 घंटे दी जा रही हैं।

आज की स्थिति में कोविड के मरीजो को अस्पताल में भर्ती मिलने में कोई समस्या नहीं है। मरीजों के उपचार के लिए रेमिडीसिविर इंजेक्शन सहित दवाओं या किसी प्रकार के संसाधन की कोई समस्या नहीं है।

संक्रमित मरीजों के उपचार के साथ-साथ संक्रमण को रोकने के लिए अधिकारी, कर्मचारी तथा स्वास्थ्य कर्मियों की टीम बनाकर सर्वे करने एवं दवा पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 24 घंटे खुला रखकर लोगों से संपर्क में रहने की व्यवस्था की गई है एवं ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। कोविड मरीजों को अस्पताल लाने के लिए कंट्रोल रूम में वाहन की व्यवस्था भी कराई गई है।  

वाराणसी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के लक्षण दिखने वाले व्यक्तियों को कोविड की दवाओं की किट बड़े पैमाने पर पहुंचाई जा रही है। जिससे वह घर पर ही दवा खाकर ठीक हो सके और अन्य लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सके।

जनसाधारण को आश्वस्त किया जाता है कि काशी कोविड रिस्पांस सेंटर के प्रयासों एवं जनता के सहयोग से वाराणसी के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। किसी को भी आवश्यकता अनुसार पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की पूरी व्यवस्था है।

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