जुलाई में शनि चलेंगे वक्री चाल, महादशा से पीड़ित राशि वाले करें ये उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जुलाई में शनि अपनी वक्री चाल अर्थात उल्टी चाल चलेंगे। शनि की वक्री चाल का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। हालांकि शनि की साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित राशि वालों को अधिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
शनि की साढ़े साती की महादशा एक साथ तीन राशियों पर चलती है। शनि की साढ़े साती की महादशा के तीन चरण होते हैं।
ये राशियां शनि की महादशा की चपेट में
वर्तमान में शनि साढ़े साती से धनु, मकर और कुंभ राशि पीड़ित हैं। धनु राशि वालों पर शनि की महादशा का अंतिम चरण चल रहा है। जबकि मकर राशि वालों पर शनि का दूसरा चरण और कुंभ राशि वालों पर शनि का पहला चरण चल रहा है।
इन राशियों पर चल रही है शनि ढैय्या
मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। शनि ढैय्या की कुल अवधि ढाई साल की होती है। शनि हर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की स्थिति कुंडली में मजबूत होने पर शनि ढैय्या शुभ फलदायी होती है और कमजोर हो तो जातक को कष्टों का सामना करना पड़ता है।
शनि की महादशा से पीड़ित राशि वाले करें ये उपाय-
शनि ढैय्या के दौरान व्यक्ति को धैर्य से काम लेना चाहिए।
इस दौरान दोस्ती करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
हर दिन चिड़ियों को पानी और दाना खिलाना चाहिए।
इसके अलावा चीटियों को मीठा खिलाने से भी लाभ होता है।
काली उड़द, काले वस्त्र, तिल आदि का दान करना चाहिए।
शनि ढैय्या के दौरान मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
हनुमान जी की पूजा के साथ भगवान शिव की पूजा से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं।
शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए। पी
पीपल के वृक्ष के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।