
घर में बेलपत्र का पेड़ लगाना कितना शुभ, जानें क्या कहता है वास्तु?
Sawan Vastu Tips: भगवान शिव को बेलपत्र अतिप्रिय है। हिन्दू धर्म के अनुसार सावन के पवित्र माह में बेलपत्र का पौधा लगाना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
Bel Patra Tree Benefits: भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है। धर्मिक मान्यताओ के अनुसार देवों के देव महादेव की कृपा पाने के लिए सावन माह में घर में बेलपत्र का भी पौधा लगा सकते हैं। ज्योतिष में घर में बेलपत्र का पौधा लगाना शुभ फलदायी माना गया है। भोलेनाथ को भी बेलपत्र अतिप्रिय है। मान्यता है कि जिस घर में बेलपत्र का पौधा होता है, वहां परिवार के (Sawan Vastu Tips) प्रत्येक सदस्यों पर शिवजी मेहरबान रहते हैं और धन, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। आइए जानते हैं बेलपत्र का पौधा लगाने के वास्तु नियम..
वैसे तो बेल पत्र के फल के कई लाभ हैं। गर्मियों में बेल पत्र का शरबत ठंडक पहुंचाने का काम करता है। लेकिन कई लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि घर में बेल पत्र का पेड़ लगाना शुभ होता है या नहीं। आइए जानते हैं इसका जवाब।
बनी रहेगी महादेव की कृपा
घर पर बेलपत्र को पेड़ लगाना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिस घर में बेलपत्र का वृक्ष होता है उस घर पर महादेव की विशेष कृपा बनी रहती है। साथ ही जिस घर में यह पेड़ लगाया जाता है वहां माता लक्ष्मी भी वास करती हैं और धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती।
बेलपत्र लगाने के वास्तु नियम :
वास्तु के अनुसार,घर की उत्तर या पश्चिम दिशा में बेल पत्र का पौधा लगाना लाभकारी माना गया है।
नेगेटिविटी दूर करने के लिए घर के आंगन में भी बेल पत्र का पौधा लगा सकते हैं। मान्यता है की इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
यह भी कहा जाता है कि घर में बेल पत्र का पौधा होने से घर के सदस्यों को चंद्र दोष से मुक्ति मिलती है।
सावन माह में बेलपत्र के पौधे की पूजा करना बेहद शुभ होता है। मान्यता है कि बेल पत्र के पेड़ पर लाल रंग का धागा या कलावा बांधने से कुंडली में राहु के अशुभ प्रभावों से छुटकारा मिलता है।
वहीं, पेड़ की जड़ में लाल धागा या कलावा बांधने और नियमित जल अर्पित करने से पितृ दोष के कारण होने वाली परेशानियों से राहत मिलता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।