Avatar 2 review: अवतार 2- जेम्स कैमरून की सपनों की दुनिया
डायरेक्टर जेम्स कैमरून, जो अपनी ख़्वाबों की दुनिया गढ़ते हैं, फिर उस दुनिया को परदे पर रचने के लिए तकनीकि बनाने की जद्दोज़हद में जुट जाते हैं, और फिर सालों की तपस्या के बाद एक ऐसा संसार दिखाते हैं, जिसे हमारी दुनिया ने देखने की तो बात ही छोड़ दीजिए, पूरी तरह से सोचा तक नहीं होता। ‘अवतार द वे ऑफ़ वाटर’, यानि दिसंबर 2009 में रिलीज़ हुई अवतार का सीक्वेल, जिसे बनाने में 13 साल लगें, और 2500 करोड़ का बजट लगा और फिर जाकर तैयार हुई है एक ऐसी कहानी, जिसे देखना अपने आपमें किसी सपने के पार जाने जैसा है।
68 साल के जेम्स कैमरून ने इस बार आईमैक्स थ्री डी में ऐसा कमाल का अहसास रचा है, जो ना सिर्फ़ बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा, बल्कि अपनी मिसाल खुद में ही होगा।
ऐसे जीव, जैसे आपने देखे नहीं, ऐसे समंदर जिसमें आप खो जाएं, ऐसी हथियार, जिसका होना ही इस दुनिया की तबाही की वजह बन जाए और ऐसी लड़ाई, जो शायद इंसान को झकझोरने के लिए काफ़ी है कि वो अपने आसपास के पर्यावरण का ऐसे बर्बाद ना करे, कि उसे भी धरती से बाहर अपने लिए एक नई दुनिया तलाशनी पड़े।
13 साल पहले रिलीज़ हुई अवतार के पहले हिस्से से, अवतार द वे ऑफ़ वॉटर की कहानी अब 1 दशक यानि 10 साल आगे बढ़ चुकी है। जेक सली, अब पूरी तरह से नावी बन चुका है। पैंडोरा पर उसकी नावी प्रेमिका नेतिरी, अब उसकी पत्नी है और उनके चार बच्चे हैं, जिसमें एक गोद ली हुई बेटी किरी भी है, जो असल में डॉक्टर ग्रेस की बेटी है और वो अपना ही वजूद तलाश रही है। कर्नल माइल्स की मौत अवतार के पहले हिस्से में ही हो चुकी है, लेकिन अब उसके डीएनए और यादों को मिलाकर, एक नावी अवतार तैयार किया जा चुका है, जिसका मकसद है किसी भी तरह से जेक सली को तलाशना और ख़त्म करना।
वैसे इस कहानी में पैंडोरा पर नावी के बीच पलने वाला बच्चा स्पाइडर, जो असल में कर्नल माइल्स का बेटा है। इंसान, पैंडोरा पर अपनी बस्ती बनाना चाहते हैं और जेक उनके इरादों में दीवार बनकर खड़ा है, लेकिन कर्नल माइल्स के नावी अवतार के जुनून से उसे अंदाज़ा हो गया है कि जब तक वो और उसका परिवार पैंडोरा में रहेगा, तब तक कोई सुरक्षित नहीं। ऐसे में जेक अपने पूरे परिवार के साथ एक नई ज़िंदगी तलाशने, एक नई ज़मीन या फिर कहे एक समंदर के साथ आइलैंड पर जीने के लिए निकल जाता है। यहां उन्हे समंदर के साथ जीना सीखना है, अपना मुकाम बनाना है।
एक ओर जेक सली और उसका परिवार पानी के साथ, ज़िंदगी का तालमेल बिठा रहे हैं, तो दूसरी ओर कर्नल माइल्स, हर आइलैंड को तबाह कर रहा है। इसके साथ ही इंसान, इस समंदर की एक व्हेल मछली, जिसे टुलकुन के नाम से पुकारा जाता है, उसके दिमाग़ से इंसान ऐसा लिक्विड निकाल रहे हैं, जो इंसान के उम्र को बढ़ने से रोक देता है और इस लिक्विड को बेचकर वो पैंडोरा पर मिलिट्री ऑपरेशन का खर्च निकाल रहे हैं।
अवतार द वे ऑफ़ वाटर की कहानी में हर रंग है, आइलैंड मेटकाइना कबीले के मुखिया की बेटी का आना, इसमें रोमांस लेकर आता है, कर्नल माइल्स के बेटे स्पाइडर इसमें लाइट कॉमिक मोमेंट्स देता है। नेतिरी का दर्द और टुलकुन पाइकन की कहानी से ढेरो इमोशन्स आते हैं और इन सबके साथ समंदर के अंदर जीती हुई एक दुनिया आपको हैरान करती रहती है।
जेम्स कैमरून ने अवतार द वे ऑफ़ वॉटर में वीएफएक्स, शूटिंग टेक्नॉलॉजी, स्पेशल मोशन सेंसर कैमराज़ के साथ बैकग्राउंड स्कोर्स के साथ, अपनी सोच का ऐसा संसार सच दिया है, जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि जो सोचा जा सकता है, वो किया भी जा सकता है…. बस इसके लिए आपके अंदर ज़िद होनी चाहिए।
थियेटर में बैठकर, आप या तो हैरान होती आवाज़ सुनेंगे, या फिर सुनेंगे कि ‘बॉलीवुड ऐसा कभी भी नहीं कर सकता’ जैसी लाइन्स, जो बताती है कि हम सिनेमा को करिश्मा बनाने में कितने पीछे हैं।
शानदार परफॉरमेंस, अद्भुत सोच, और आश्चर्यजनक तस्वीरों से भरी अवतार बहुत सिखाती है, कि पर्यावरण कितना ज़रूरी है, इंसान अपनी ज़रूरतों की ख़ातिर दुनिया को कैसे ख़त्म कर रहा है और साथ ही परिवार ही सबसे बड़ी ताकत है। इसलिए ये अवतार देखना दर्शको के लिए अच्छा अनुभव प्रदान करेगा |