लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर दिल्ली पुलिस का बड़ा एक्शन… 7 शूटर्स गिरफ्तार
Lawrence Bishnoi Shooter Arrested: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ दिल्ली पुलिस शिकंजा कस रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिश्नोई गैंग के 7 शूटर्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ये गिरफ्तारी पंजाब और अन्य राज्यों से की है। वहीं एक साथ 7 शूटर्स गिरफ्तार होने के बाद पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी शूटर्स ओर कई आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप है। पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किए गए शूटर्स के पास से कई हथियार बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब देश में संगठित अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
स्पेशल सेल की ताबड़तोड़ छापेमारी
स्पेशल सेल ने इस कार्रवाई में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छापेमारी की। पुलिस के मुताबिक, इन शूटरों का संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है, जो पहले से ही अपराध की दुनिया में सक्रिय है। ये शूटर्स हत्या, रंगदारी, और अन्य संगीन अपराधों में शामिल रहे हैं। स्पेशल सेल को इनके ठिकानों की जानकारी मिलते ही तुरंत कार्रवाई की गई, जिससे गैंग के नेटवर्क को कमजोर करने में मदद मिली।
गैंगस्टर्स के पास से मिले हथियार
गिरफ्तार किए गए शूटरों के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। स्पेशल सेल के अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से गैंग के अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। हथियारों के साथ पकड़े गए शूटरों से पूछताछ में अन्य साथियों की जानकारी भी सामने आई है, जिसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है।
पंजाब में बढ़ती गैंगस्टर गतिविधियों पर लगाम
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क पंजाब के अलावा हरियाणा और राजस्थान में भी फैला हुआ है। इन राज्यों में गैंगस्टर गतिविधियों के बढ़ते मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी थी। स्पेशल सेल की इस कार्रवाई के बाद पंजाब समेत अन्य राज्यों में सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी और सख्त हो गई है।
23 अक्टूबर को हुईं थी पहली गिरफ्तारी
कुशवाहा ने बताया कि इन शूटर्स को आरजू बिश्नोई नाम का शख्स इंस्ट्रक्शन दे रहा था. आरजू बिश्नोई लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ है, लेकिन अनमोल बिश्नोई इसे ऑपरेट कर रहा था. उन्होंने कहा कि आरजू बिश्नोई के अनमोल बिश्नोई के साथ लिंक मिले हैं. आरजू फिलहाल फरार है.
उन्होंने बताया कि आरोपी गंगानगर के पूर्व विधायक राजकुमार गर्ग के भांजे सुनील पहलवान की हत्या करने की फिराक में थे. इन्हें फिलहाल यह टारगेट दिया गया था और उसके बाद और काम मिलना था.
उन्होंने बताया कि इस मामले में 23 अक्टूबर को पहली गिराफ्तारी हुई थी और दिल्ली के कमला नगर से सुखराम नाम के शख्स को पकड़ा गया था. इसके बाद साहिल और अमोल को अरेस्ट किया गया और फिर स्पेशल सेल ने रितेश को गिरफ्त में लिया. बाद में प्रमोद, संदीप और बादल की गिरफ्तारी हुई.
डीसीपी कुशवाहा ने बताया कि आरोपियों को जिस शख्स की हत्या करनी थी, वह उसकी दो बार रेकी कर चुके थे. पुलिस की गिरफ्त में आया रितेश बिहार का रहने वाला है. वह गंगानगर में रेकी कर रहा था. वहीं गिरफ्त में आए सुखराम ने बताया कि सुनील पहलवान की हत्या की जानी थी. बादल, संदीप और अमोल भी रेकी कर चुके थे.
NIA ने अनमोल बिश्नोई के खिलाफ घोषित किया इनाम
इससे पहले, लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने भी शिकंजा कसा था। एनआईए ने लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। अनमोल बिश्नोई, जिसे भानु के नाम से भी जाना जाता है, कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई है। वह सिंगर-राजनेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी आरोपी है और उसके खिलाफ 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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