यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की ओर बड़ा कदम… लैब में होगी डिजिटल रिपोर्ट की सुविधा

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य केंद्रों में अब मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए हाथ से लिखी रिपोर्ट के झंझट से पूरी तरह से छुटकारा मिल गया है. प्रदेश सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है.

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परसार्थी सेन के निर्देश पर राज्य के ज्यादातर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में अब कंप्यूटराइज्ड जांच रिपोर्ट मरीजों को दी जा रही है, जिससे उनके लिए इलाज कराना और भी आसान हो गया है.

CHC पर मिलेगी अब डिजिटल रिपोर्ट
अभी तक मरीजों को हाथ से लिखी जांच रिपोर्ट दी जाती थी, लेकिन इस प्रक्रिया में कई दिक्कतें सामने आती थीं. अक्सर हाथ से लिखी रिपोर्ट अन्य केंद्रों या अस्पतालों में मान्य नहीं होती थी, जिससे मरीजों को दोबारा जांच करानी पड़ती थी. इस परेशानी को दूर करने के लिए अब कंप्यूटराइज्ड रिपोर्ट जारी की जा रही है, जिससे रिपोर्ट की विश्वसनीयता और सटीकता बढ़ गई है.

पहले चरण में 300 स्वास्थ्य केंद्रों में शुरू हुई सुविधा
लखनऊ में पहले चरण के अंतर्गत 300 से अधिक CHC और PHC में यह सुविधा शुरू हो चुकी है. इस कदम से मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता का स्तर बढ़ा है. डिजिटल रिपोर्ट से मरीज आसानी से अन्य अस्पतालों या डॉक्टरों के पास जाकर इलाज करवा सकते हैं, जिससे उनकी चिकित्सा प्रक्रिया तेज और सटीक हो जाती है.

ग्रामीण इलाकों के मरीजों को मिलेगी सबसे ज्यादा राहत
प्रमुख सचिव परसार्थी सेन ने निर्देश दिए हैं कि अगले कुछ महीनों में प्रदेश के सभी CHC और PHC में शत प्रतिशत कंप्यूटराइज्ड जांच रिपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इस नई व्यवस्था का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीण इलाकों के मरीजों को मिलेगा, जो आमतौर पर जांच और इलाज में आने वाली समस्याओं का सामना करते हैं अब उन्हें हाथ से लिखी रिपोर्ट की मान्यता न होने के कारण बार-बार इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की ओर बड़ा कदम
यह कदम उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेवाओं को सुधारने और डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ी सफलता है. स्वास्थ्य केंद्रों पर कंप्यूटराइज्ड जांच रिपोर्ट की सुविधा से मरीजों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि जांच रिपोर्ट की सटीकता भी सुनिश्चित होगी, जिससे इलाज की प्रक्रिया सरल और तेज हो जाएगी.

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