‘मंत्री पद को लात मार दूंगा…’, PM मोदी के ‘हनुमान’ चिराग पासवान का बड़ा बयान

Chirag Paswan: पटना में पार्टी के एससी-एसटी प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में चिराग पासवान शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने यह बड़ा बयान दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी के हनुमान, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बड़ा बयान दिया है। चिराग पासवान ने कहा है कि अगर गठबंधन में हमारे लोगों की बात नहीं सुनी गई तो पिता की तरह मैं भी मंत्री पद को लात मार दूंगा। चिराग पासवान की पार्टी अभी केंद्र की एनडीए सरकार में शामिल है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में चिराग पासवान कई मुद्दों पर अपनी ही पार्टी के खिलाफ भी नजर आए हैं। अब उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वो मंत्री पद भी छोड़ देंगे।

चिराग ने कब-कब ली एनडीए से अलग लाइन

चिराग पासवान मोदी सरकार 3.0 के गठन के बाद शुरुआती दिनों से ही तेवर दिखाते आ रहे हैं. चिराग और उनकी पार्टी इन मुद्दों पर भी एनडीए से अलग लाइन ले चुकी है. चिराग ने हाल ही में राहुल गांधी की तारीफ करते हुए उन्हें दूरदर्शी नेता बताया था और कहा था कि उनके पास विजन है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि लैटरल एंट्री में आरक्षण के मामले में हमने पीएम मोदी को कहा कि यह गलत है और उन्होंने हमारी बात सुनी. क्रीमी लेयर के मामले पर भी प्रधानमंत्री ने कहा कि यह लागू नहीं होगा. चिराग पासवान ने कहा कि हम अपने समाज के लोगों के साथ हमेशा चलते रहेंगे चाहे इसके लिए कोई मेरा विरोध ही क्यों न करे. कहा कि मैं अपने पिता के रास्ते पर चल रहा हूं जिन्होंने हमेशा अपने समाज को लेकर चला और समाज के लिए लड़ाई लड़ी. 

आपको बता दें कि लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान पहले ही एससी-एसटी आरक्षण में सब कैटगरी और क्रीमी लेयर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुखर विरोधी रहे हैं। इसके अलावा वो एनडीए सरकार द्वारा लोकसभा में लाए गए वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध कर चुके हैं और यूपीएससी लैटरल एंट्री के मुद्दे पर भी अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं। इतना ही नहीं चिराग पासवान जातिगत जनगणना का भी समर्थन कर चुके हैं। हाल ही में चिराग पासवान ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी झारखंड में चुनाव लड़ेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इस चुनाव में गठबंधन पर बाद में विचार-विमर्श किया जाएगा। 

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