UP News: भाजपा नेता ने की खुदकुशी, पुलिस के हाथ लगा सुसाइड नोट?

Lucknow: इंटीरियर कारोबारी व भाजपा नेता हर्षित टंडन ने लखनऊ में बीबीडी ग्रीन सिटी स्थित आवास पर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। हर्षित टंडन ने सूदखोर की प्रताड़ना से परेशान होकर बृहस्पतिवार रात लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर जान दे दी।

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सूदखोर के चंगुल में फंसे बीजेपी नेता और व्यापारी ने बीबीडी ग्रीन सिटी स्थित आवास के बाथरूम में खुद को गोली से उड़ा लिया। गोली की आवाज पर परिजनों ने व्यापारी हर्ष टंडन को बाथरूम का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची बीबीडी थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वह उनसे दिए हुए 15 लाख रुपये के बदले हर महीने नौ लाख रुपये ब्याज वसूल रहा था। कारोबारी के पिता ने सूदखोर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कराया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने सुसाइड नोट में बाराबंकी के सूदखोर सुजीत शाह से परेशान होने का जिक्र किया है।

मूलरूप से बाराबंकी के लाजपतनगर निवासी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिला महामंत्री, इंटीरियर कारोबारी व भाजपा नेता हर्षित टंडन (46) छह महीने से बीबीडी ग्रीन लोटस एनक्लेव के विला नंबर-72 में परिवार संग रह रहे थे। जीजा बॉबी के मुताबिक बृहस्पतिवार रात 9.45 बजे हर्षित ने घर की पहली मंजिल पर बने बाथरूम में लाइसेंसी रिवॉल्वर माथे पर सटाकर खुद को गोली मार ली। 

इसकी आवाज सुनकर पिता मदन मोहन टंडन, पत्नी रेशू और बेटी शानवी दौड़कर पहुंचे तो हर्षित का खून से लथपथ शव पड़ा था। पास में उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर भी पड़ी थी। परिजन ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। बीबीडी पुलिस ने छानबीन के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा और लाइसेंसी रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया। हर्षित का बेटा ऋषित चेन्नई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। 

घरवालों को नहीं थी ब्याज के रकम खबर
परिजन के मुताबिक हर्षित लेन-देन को लेकर उनसे ज्यादा बात नहीं करते थे। हालांकि, उन्हें इतना पता है कि बाराबंकी में साहजी मार्केट निवासी सुजीत से 15 लाख रुपये ब्याज पर लिए थे, जिसके बदले वह हर महीने 60 प्रतिशत ब्याज के नौ लाख रुपये वसूल रहा था। हर्षित ने ब्याज पर रकम कब ली और अब तक कितना ब्याज दे चुके, इसके बारे में घरवालों को जानकारी नहीं है।

बाराबंकी का मकान भी अपने नाम करवा लिया था
परिवारवालों के मुताबिक सुजीत ब्याज में काफी रकम लेने के बावजूद हर्षित को परेशान करता था। उसने उनका बाराबंकी के लाजपतनगर का मकान भी एक साल पहले अपने नाम लिखवा लिया था। ब्याज को लेकर वह हर महीने दबाव बनाता था।

बॉबी के अनुसार घटनाक्रम के बाद शुक्रवार सुबह चार बजे तीन पुरुष और एक महिला घर पहुंचे और सुजीत को छुड़वाने की बात कहते हुए गेट खोलने के लिए कहा। परिजन ने मना किया तो धमकी दी। घरवाले इसका वीडियो बनाने लगे तो चारों चले गए।

घटना से 45 मिनट पहले आई थी एक कॉल
पिता मदन के अनुसार घटना से 45 मिनट पहले हर्षित के मोबाइल पर एक कॉल आई थी। हर्षित ने फोन करने वाले से कमता चौराहा स्थित परंपरा के पास मिलने की बात कही। मदन के अनुसार आशंका है कि कॉल सुजीत ने की थी। फिलहाल पुलिस कॉल डिटेल खंगाल रही है।

व्यापारी नेता पहुंचे पोस्टमार्टम हाउस
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल सहित अन्य नेता पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और हर्षित के परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करवाने व पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया।

Back to top button