Election2024: भाजपा की सीटों का समीकरण, जानें पहली लिस्ट में किसको क्या मिलेगा?

BJP: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम तय करने में जुटी हुई है। जिसके लिए हुई भाजपा सीईसी के बैठक के बारे में सूत्रों का कहना है कि भाजपा यूपी की 80 लोकसभा सीटों में अपने चार सहयोगी दलों के लिए 6 सीटें छोड़ सकती है।

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भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में संपन्न हुए केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए के घटक दलों के साथ सीटों के समीकरण पर गहन मंथन किया है। बैठक के बाद मिल रही सूत्रों की जानकारी के आधार पर यह कयास लग रहा है कि भाजपा यूपी की 80 लोकसभा सीटों में अपने चार सहयोगी दलों के लिए 6 सीटें छोड़ सकती है। वहीं अनुमान इस बात का भी लग रहा है कि पार्टी बिहार और महाराष्ट्र जैसे महत्वपूर्ण राज्यों के लिए आने वाले कुछ समय में जल्द ही विस्तृत चर्चा शुरू करेगी।

भाजपा की पहली सूची को अंतिम रूप देने पर गहन चिंतन
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे को सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार भाजपा असम में अपने सहयोगियों के लिए तीन सीट और झारखंड में एक सीट छोड़ने पर विचार कर सकती है। बताया जा रहा है कि बीते गुरुवार रात में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सीईसी की मैराथन बैठक रात 11:30 बजे से शुक्रवार की सुबह 4 बजे तक चली। इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि बैठक में अप्रैल-मई में होने वाले संभावित लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची को अंतिम रूप देने पर बेहद गहन चिंतन किया गया।

यूपी में क्या हो सकता है सीटों का गणित
सूत्रों ने बैठक में हुई चर्चा के आधार पर बताया कि प्रदेश की 80 में से 74 सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। गठबंधन के तहत एनडीए के सहयोगी दलों को छह सीटें दी जा सकती हैं। जिसमे अपना दल (सोनेलाल) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) को दो-दो सीटें जे सकती है, वहीं भाजपा एक सीट निषाद पार्टी और एक सीट ओम प्रकाश राजभर के सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को भी दे सकती है।

इसके अलावा सूत्रों ने यह भी बताया कि असम में भाजपा अपने सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) को दो सीटें और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को एक सीट दे सकती है। वहीं झारखंड में भाजपा अपने एनडीए सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) के लिए एक सीट छोड़ सकती है।

जहां तक हरियाणा का सवाल है तो पार्टी सूत्रों का दावा है कि भाजपा हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने बूते अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रही है। बिहार में भाजपा ने अपने सहयोगी जेडीयू, चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास), पशुपति पारस की एलजेपी (राष्ट्रीय), उपेन्द्र कुशवाह की अगुवाई वाली राष्ट्रीय लोक मोर्चा और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के साथ सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया है और उसके लिए लगातार बातचीत का सिलसिला जारी है। वहीं महाराष्ट्र में भी भाजपा का शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट और एनसीपी के अजीत पवार गुट के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अभी लंबित है और पार्टी महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के फार्मूले पर लगातार काम कर रही है। भाजपा सीईसी की इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत सहित विभिन्न राज्यों के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि सीईसी की बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी भी मौजूद थे।

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