Borewell Accident : जिंदगी की जंग हार गया आर्यन… 57 घंटे चला रेस्क्यू आपरेशन
Dausa Borewell Accident: दौसा के कालीखाड गांव में बोरवेल में गिरे आर्यन को 57 घंटे बाद देसी जुगाड़ से निकाला बाहर गया।लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. आर्यन की सांसे थम चुकी थी।
राजस्थान के दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में 3 दिन से बोरवेल में फंसे 5 साल के मासूम आर्यन की मौत हो गई है. आर्यन को करीब 57 घंटे बाद बुधवार रात 11:48 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया था. उसे एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एम्बुलेंस से जिला हॉस्पिटल ले जाया गया. आपको बता दें कि सोमवार को खेलते समय आर्यन बोरवेल में गिर गया था। स्थानीय प्रशासन, NDRF, SDRF और सिविल डिफेंस ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की। बोरवेल में भोगी होने और CCTV की खराबी से रेस्क्यू ऑपरेशन में कई मुश्किलें आईं। पाइलिंग मशीन से खुदाई में भी देरी हुई। आखिरकार NDRF ने आर्यन को हुक से पकड़कर बाहर निकाला, लेकिन बहुत देर हो चुकी थी।
मुश्किलें आती रही, कोशिशें जारी रही लेकिन…
एनडीआरफ के कप्तान योगेश कुमार मीणा ने बताया कि दौसा जिले के कालिकाड गांव में बोरवेल में एक 5 वर्ष का मौसम आर्यन मीणा पुत्र जगदीश गिर गया था. जिस बोरवेल में वह गिरा था उसमें कोई पाइप लाइन पहले से नहीं थी और इस बोरवेल में पहले से एक बोगी फंसी हुई थी. समर्सिबल मोटर का पाइप और रस्सी फंसी हुई थी उन्हीं के बीच में बच्चा भी फंसा हुआ था. और नीचे 10 फीट की गहराई पर पानी भी बोर में था. इसलिए प्रॉपर निकालने के लिए जगह नहीं मिल रही थी लेकिन हमारे जवान अथक प्रयास लगातार करते रहे.
57 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑरेशन
सिविल डिफेंस, NDRF SDRF और बोरवेल की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट्स की टीम 9 दिसंबर से लगातार आर्यन को बचाने के प्रयास में लगी हुई थीं. टीम ने रेस्क्यू के दौरान पाइलिंग मशीन बोरवेल के पास करीब 125 फीट गहरा गड्ढा खोदा. हालांकि मशीन खराब होने की वजह से ऑरेशल रुक गया. इसके बाद दूसरी मशीन बुराल गई, जिससे गड्ढे को 150 फीट गहरा किया गया.
गड्ढे के पैरेलल एक टनल बनाई गई, लेकिन सभी कोशिशें नाकाम रहीं. इसके बाद दौसा कलेक्टर से इजाजत लेकर आर्यन को हुक के जरिए बोरवेल से बाहर खींचा गया. ये पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन कुल मिलाकर 56 घंटे तक चला. उसे बाहर निकालने के तुरंत बाद एंबुलेंस से दौसा अस्पताल लाया गया. रात 12 बजे स्वास्थ्य परीक्षण के बाद डॉक्टरों की टीम ने मृत घोषित कर दिया.
जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार भी मौके पर मौजूद रहे
कालीखाड गांव में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। खेलते-खेलते आर्यन नाम का एक बच्चा खुले बोरवेल में गिर गया। यह खबर आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते पूरा गांव घटनास्थल पर जमा हो गया। स्थानीय पुलिस सबसे पहले मौके पर पहुंची और जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने खुद कमान संभाली। बच्चे को बचाने के लिए एक बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
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