ओडिशा पुलिस की दरिंदगी…पीडि़ता ने सुनाई हैवानियत की खौफनाक दास्तां

Odisha Army News: ओडिशा के भुवनेश्वर में पुलिस के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार के कारण गिरफ्तार आर्मी अधिकारी की महिला मित्र ने दावा किया है कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ।

भारतीय सेना के एक अधिकारी और उसकी मंगेतर के साथ कथित मारपीट और उत्पीड़न का मामला गर्माता जा रहा है। बेशक मामला सामने आने के बाद सीनियर अफसरों ने संबंधित भरतपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक (आईआईसी) सहित पांच पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है, लेकिन इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों में काफी गुस्सा नजर आ रहा है।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बीच पीड़ित महिला का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह अपने साथ हुए उत्पीड़न के बारे में विस्तार से बता रही है. पीड़िता ने जो कुछ बताया है वो रोंगटे खड़े करने वाला है। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है।

क्या था मामला?
दरअसल बीते दिनों ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक आर्मी मेजर और उनकी मंगेतर ने पुलिस पर दुर्व्यवहार और प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मामले को क्राइम ब्रांच को केस सौंप दिया था. यह घटना 14-15 सितंबर की दरमियानी रात की है. आर्मी अधिकारी मेजर गुरवंत सिंह, जो वर्तमान में पश्चिम बंगाल में तैनात हैं, और उनकी मंगेतर जो एक स्थानीय निवासी और तकनीकी विशेषज्ञ हैं ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे. जानकारी के मुताबिक, आर्मी मेजर और उनकी मंगेतर सुबह तीन बजे पुलिस स्टेशन पहुंचे थे. दोनों कुछ गुंडों के किए गई कथित उत्पीड़न के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे थे लेकिन, कपल का आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया और उल्टा उनके साथ दुर्व्यवहार किया.

पीडि़ता ने सुनाई हैवानियत की खौफनाक दास्तां
पीड़ित ने बताया कि रविवार रात करीब 1 बजे वह अपना रेस्टोरेंट बंद करके आर्मी ऑफिसर के साथ घर लौट रही थी। रास्ते में कुछ युवकों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और छेड़छाड़ करने लगे। पुलिस से शिकायत करने और मदद मांगने के लिए वे भरतपुर थाने पहुंचे।

उन्होंने शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो वहां सिविल ड्रेस में मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी उनसे गाली-गलौज करने लगी। थोड़ी देर एक पेट्रोलिंग गाड़ी से कुछ और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे।

पीड़ित ने बताया, ‘फिर पता नहीं क्या हुआ, उन्होंने आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया। जब मैंने कहा कि वे आर्मी ऑफिसर को हिरासत में नहीं रख सकते, यह गैरकानूनी है, तो दो महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे बाल पकड़ लिए जोर-जोर से मारने लगीं।

इतना ही नहीं, इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे जैकेट से पीछे मेरे हाथ बांध दिए और एक महिला पुलिसकर्मी के दुप्पटे से मेरे पैर बांधकर मुझे एक कमरे में बंद कर दिया। इसके कुछ देर बाद एक पुरुष पुलिसकर्मी ने मेरे शरीर के उपर के कपड़े उतार कर मेरे सीने पर कई बार लात मारे। फिर कुछ घंटे बाद एक वरिष्ठ अधिकारी ने मेरी पैंट नीचे कर दी। फिर अपनी पैंट नीचे की और प्राइवेट पार्ट दिखाकर अश्लील बातें की। मैं इस दौरान मदद के लिए जोर-जोर से चिल्ला रही थी।

7 पुलिसकर्मियों पर लगाया आरोप
इस मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। वहीं, मेजर ने क्राइम ब्रांच के एडीजी को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जब उनकी मंगेतर ने पुलिसकर्मियों से गिरफ्तारी वारंट मांगा, तो उसे घसीटकर एक कमरे में बंद कर दिया गया। उसके कपड़े उतार दिए गए और चार पुरुष पुलिसवालों सहित तीन महिला पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। इनमें थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर भी शामिल थे।

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