गो एयर जारी करेगी आईपीओ, ब्रांड नाम बदलकर किया गो फर्स्ट

GoAir

मुंबई। साल 2020 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार गुलजार रहा। उम्मीद है कि 2021 में भी आईपीओ बाजार मजबूत रहेगा। इस बीच बजट एयरलाइंस गो एयर ने 3,600 करोड़ रुपये का आईपीओ जारी करने के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा करा दिए हैं। कंपनी ने अपने ब्रांड नाम को बदलकर गो फर्स्ट किया है।

15 साल से परिचालन में है कंपनी

वाडिया समूह द्वारा प्रवर्तित यह एयरलाइन पिछले 15 साल से परिचालन में है। जमा किए गए मसौदा दस्तावेज के मुताबिक एयरलाइन शेयरों की बिक्री के जरिए 3,600 करोड़ रुपये तक जुटाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

इसके लिए होगा राशि का इस्तेमाल 

कंपनी ने कहा है कि आईपीओ से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल उसके बकाए कर्ज का पूर्ण रूप से अथवा आंशिक तौर पर समय से पहले अथवा नियमित समय पर होने वाले भुगतान में किया जाएगा।

इसके साथ ही विमानों के पट्टा किराया भुगतान और भविष्य के रख-रखाव में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए साख पत्रों को बदला जाएगा। कंपनी के अन्य सामान्य कार्यों में भी इसका इस्तेमाल होगा।

2020 में समाप्त वित्त वर्ष में हुआ था 1,270.74 करोड़ रुपये का घाटा

मार्च 2020 में समाप्त वित्त वर्ष में गो एयर को 1,270.74 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था, जबकि उसकी कुल आय 7,258.01 करोड़ रुपये रही थी।

हाल ही में एयरलाइन को गो एयर से गो फर्स्ट के तौर पर नया ब्रांड नाम देने के बाद सीईओ कौशिक खोना ने कहा कि पिछले 15 साल के चुनौतीपूर्ण समय में एयरलाइन लगातार मजबूती के साथ खड़ी रही है।

क्या है आईपीओ?

जब भी कोई कंपनी या सरकार पहली बार आम लोगों के सामने कुछ शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है।

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