
Indian Startups पर पीयूष गोयल के बयान से घमासान, बिजनेस लीडर्स ने लिया आड़े हाथों
Indian Startups: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर भारत और चीन के स्टार्टअप्स की तुलना की गई थी. इस पोस्ट में भारत में स्टार्टअप्स फूड डिलीवरी ऐप, आइसक्रीम, कुकीज़ और इंस्टेंट डिलीवरी पर काम कर रहे हैं.
Indian Startups: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की देश की स्टार्टअप इंडस्ट्री पर आई तीखी प्रतिक्रिया के बाद अब कई स्टार्टअप फाउंडर्स और बिजनेस लीडर्स इस पर अपना रिएक्शन दे रहे हैं. दरअसल, गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित स्टार्टअप महाकुंभ में हिस्सा लेते हुए पीयूष गोयल ने भारतीय स्टार्टअप्स की चीन के स्टार्टअप सिस्टम से तुलना करते हुए कहा था कि चीन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर तेजी से काम हो रहा है, जबकि भारत में सिर्फ डिलीवरी ऐप्स बनाए जा रहे हैं, जो लोगों तक सामान पहुंचा रहे हैं.
क्या बोले पीयूष गोयल?
गोयल ने कहा, “क्या हम डिलिवरी बॉय बनकर खुश रहेंगे… क्या यही भारत की नियति है… यह स्टार्टअप नहीं है, यह उद्यमिता है… दूसरी तरफ क्या हो रहा है – रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, 3डी विनिर्माण और अगली पीढ़ी के कारखाने आदि.” मंत्री ने कहा कि नए स्टार्टअप को देश को भविष्य के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. उन्होंने पूछा, “क्या हमें आइसक्रीम या चिप्स बनाना है?”
Aim to make #StartupMahakumbh the world's largest startup festival! pic.twitter.com/Rgf2YGtnvZ
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) April 3, 2025
जेप्टो के सह संस्थापक ने किया पलटवार
केंद्रीय मंत्री के बयान के बाद जेप्टो के सह संस्थापक आदित पालिचा ने पलटवार किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि भारत में स्टार्टअप की आलोचना करना आसान है। खासकर जब आप उनकी तुलना अमेरिका और चीन की तकनीकी उत्कृष्टता से करते हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 1.5 लाख वास्तविक लोग आज जेप्टो पर आजीविका कमा रहे हैं।
यह एक ऐसी कंपनी जो 3.5 साल पहले अस्तित्व में नहीं थी। प्रति वर्ष सरकार को ₹1,000+ करोड़ का टैक्स, देश में एक अरब डॉलर से अधिक का एफडीआई लाकर और भारत की बैकएंड आपूर्ति श्रृंखलाओं को व्यवस्थित करने में सैकड़ों करोड़ का हमने निवेश किया अगर यह भारतीय नवाचार में चमत्कार नहीं है, तो मैं नहीं जानता कि क्या है?