IT द्वारा जारी 1823 करोड़ की डिमांड नोटिस को कांग्रेस ने बताया “टैक्स आतंकवाद”
लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी की मुश्किले बढ़ती जा रही है। पार्टी का दावा है कि उसे आयकर विभाग से नए नोटिस मिले हैं। जिसमें उसे लगभग 1,823 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया है। कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि मोदी सरकार कांग्रेस को “टैक्स आतंकवाद” का निशाना बना रही है।
कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पार्टी को 1,800 करोड़ रुपये से अधिक का नया टैक्स नोटिस मिलने के एक दिन बाद शुक्रवार देर रात आयकर विभाग से दो और नोटिस मिले। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘कल (शुक्रवार) रात हमें दो और नोटिस भेजे गए।’ रमेश ने दोहराया कि मोदी सरकार कांग्रेस को “टैक्स आतंकवाद” का निशाना बना रही है।
जयराम रमेश ने कहा कि ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दलों को पंगु बनाना चाहते हैं।” इस बीच, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने दावा किया कि उन्हें भी आयकर विभाग से नोटिस मिला है। उन्होंने कहा, “मुझे कल (शुक्रवार) रात आयकर विभाग से एक नोटिस मिला। मैं हैरान था। मामला पहले ही बंद हो चुका था। वे (भाजपा) कांग्रेस और इंडिया गठबंधन से डरे हुए हैं।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस को यह नोटिस दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा टैक्स नोटिस को चुनौती देने वाली पार्टी की याचिका खारिज करने के एक दिन बाद भेजा गया है। ताजा नोटिस एसेसमेंट इयर 2017-18 से 2020-21 के लिए है, इसमें जुर्माना और ब्याज दोनों शामिल है।
आयकर विभाग के नोटिस पर कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन की प्रतिक्रिया
अजय माकन ने कहा, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस को अब तक 1823 करोड़ रुपए का डिमांड नोटिस जारी किया है। इसमें सीताराम केसरी के कार्यकाल 1993-94 से जुड़ी 53.5 करोड़ की डिमांड शामिल है। हम मांग करते हैं कि आयकर विभाग बीजेपी के खिलाफ 4600 करोड़ का टैक्स डिमांड नोटिस जारी करे।
अजय माकन ने आगे कहा कि जब लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, तो ऐसे समय में IT विभाग द्वारा कांग्रेस पर गलत तरीके से पेनल्टी लगाई जा रही है, पैसों की मांग की जा रही है। ये बातें साफ इशारा करती हैं कि IT विभाग को BJP की कमियां नजर नहीं आ रही हैं। इसलिए हमारी मांग है कि IT विभाग द्वारा BJP को 4,600 करोड़ रुपए का नोटिस दिया जाना चाहिए।
माकन ने आगे कहा, ‘आयकर विभाग और चुनाव आयोग BJP की कमी पर आंख बंद कर बैठे हुए हैं, उन्हें सिर्फ कांग्रेस नजर आती है। BJP ने जिस तरह से IT विभाग के नियमों का उल्लंघन किया, उसकी समीक्षा से पता चलता है कि BJP पर सात साल में 4,600 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगती है। लेकिन.. उन्हें नजरअंदाज कर ‘BJP के IT विभाग’ ने 5 साल का नोटिस भेजकर कांग्रेस से 1,823 करोड़ रुपए की मांग की है।’