Crew Review: रियलिटी से दूर पर एंटरटेनमेंट से भरपूर है “Crew”, कमजोर कहानी से मिले Average रेटिंग

करीना कपूर, तब्बू और कृति सेनन की मोस्ट अवेटेड फिल्म क्रू शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। डायरेक्टर राजेश ए कृष्णन की फिल्म में तीनों एक्ट्रेसेस की तिकड़ी ने दर्शकों को बांधकर रखा। हालांकि, फिल्म की कहानी कमजोर निकली।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

राजेश कृष्णन द्वारा निर्देशित, मोस्ट अवेटेड बॉलीवुड कॉमेडी-ड्रामा “द क्रू” (The Crew) आखिरकार 29 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. करीना कपूर खान, कृति सेनन और तब्बू स्टारर इस फिल्म को कथित तौर पर दर्शकों से मिले-जुले रिव्यू मिले हैं. जहां कुछ लोग कॉमेडी-ड्रामा की तारीफें कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोगों ने फिल्म को “Average” रेटिंग दी है. 

बॉलीवुड में हम सभी ने कई अलग-अलग फिल्में देखी हैं. लेकिन आखिरी बार आपने एक ऑल फीमेल लीड वाली फिल्म कब देखी थी? ऐसी फिल्म जिसमें तीन फीमेल एक्टर्स मिलकर डकैती करने जा रही हो? हॉलीवुड में ऐसी फिल्में आपने जरूर देखी होंगी… अब हिंदी सिनेमा में भी अपनी हाइस्ट मूवी लेकर करीना कपूर, तब्बू और कृति सेनन आ गई हैं. इस फिल्म का नाम है ‘क्रू’ और इसे देखने के लिए आपको अपनी कुर्सी की पेटी बांधनी पड़ेगी.

क्या है फिल्म की कहानी?

फिल्म क्रू में तीन औरतों – गीता सेठी (तब्बू), दिव्या राणा (कृति सेनन) और जैस्मिन कोहली (करीना कपूर खान) की कहानी दिखाई गई है. तीनों के सपने बड़े हैं, लेकिन जेब खाली है. दिव्या, गीता और जैस्मिन, कोहिनूर नाम की एयरलाइन्स में काम करती हैं. कोहिनूर एयरलाइन्स के मालिक हैं विजय वालिया जो एक फ्रॉड हैं. उनकी एयरलाइन्स भी कंगाल हो चुकी है. लेकिन वो इस बात को छुपा रहे हैं. वहीं हमारी तीनों हीरोइनें अपने क्रू के साथ मिलकर लाइफ में तगड़ा स्ट्रगल कर रही हैं. 

दिव्या, अपने स्कूल की टॉपर थी. पायलट बनने का सपना देखती थी. लेकिन उसकी फूटी किस्मत ने उसे एयरहोस्टेस बनाकर छोड़ दिया. गीता अपने जमाने में मिस करनाल थी, लेकिन आज वो एयरलाइन्स में फंसे अपने पीएफ की चिंता में है. वो अपने पति (कपिल शर्मा) के साथ गोवा में रेस्टोरेंट खोलना चाहती है. और फिर आती है जैस्मिन. जैस्मिन बचपन से ही अमीर बनने के सपने देखती है. वो अपना ब्यूटी ब्रांड खोलना चाहती है. जिंदगी में ढेरों मुश्किलों को देख चुकी जैस्मिन ने सीखा है कि लाइफ में हमेशा प्लान बी होना जरूरी है. इसलिए वो एयरहोस्टेस भी है.

तीनों मिलकर एयरलाइन्स में फंसी अपनी सैलरी के सपने देख रही हैं. कोहिनूर एयरलाइन्स के हाल इतने खराब हैं कि वो अपने एम्प्लोयी को पिछले 6 महीने से सैलरी नहीं दे पा रहे हैं. प्लेन में काम करने पर होने वाली एक्स्ट्रा कमाई में भी कटौती होने लगी है. ऐसे में एक फ्लाइट के दौरान तीनों के साथ प्लेन में ऐसा हादसा होता है, जिससे उन्हें अपनी किस्मत के बंद दरवाजों को खोलने का मौका मिलता है. जैस्मिन लपक कर इस मौके को पकड़ लेना चाहती है, लेकिन गीता और दिव्या इसे लेकर डाउट में हैं. लेकिन जब लक्ष्मी घर के दरवाजे पर खड़ी हो तो दरवाजा बंद नहीं करते, उसे अंदर आने को कहते हैं. यही हमारी तीनों हसीनाओं ने भी किया. पर जब घी निकालने के लिए उंगली टेढ़ी की है तो क्रैम्प तो आएगा ही. ऐसा ही कुछ दिव्या, गीता और जैस्मिन के साथ भी होता है, जब उनके ‘कारनामों’ की वजह से वो तीनों कस्टम्स में फंसती हैं, लेकिन पिक्चर अभी बाकी है दोस्त…

कैसी रही क्रू स्टारकास्ट की एक्टिंग

फिल्म क्रू की तीनों लीड एक्ट्रेस यानी करीना कपूर, तब्बू और कृति सेनन ने पर्दे पर शानदार रंग जमाया। तीनों की तिकड़ी में फिल्म में जान डाल दी। करीना अपनी अदाओं से पूरी महफिल लूटकर ले गई। वहीं तब्बू और कृति सेनन ने भी शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जी लिया। फिल्म में दिलजीत दोसांझ और कपिल शर्मा का कैमियो है। कपिल अपनी कॉमेडी का तड़का लगाते और दर्शकों को हंसाते नजर आए।

क्रू की कमजोर कहानी और डायरेक्शन

फिल्म क्रू में तीनों एक्ट्रेसेस ने जितना शानदार काम किया, उतनी की इसकी कहानी कमजोर नजर आई। फिल्म देखने के बाद यह समझ नहीं आ रहा है कि डायरेक्टर आखिर दिखाना क्या चाहते हैं। पहले हाफ में तो पता ही नहीं चला कि फिल्म की कहानी किस ओर जा रही है। फिल्म देखकर कभी लगा कि इसमें एयर होस्टेस का संघर्ष दिखाया गया है तो कभी ऐसा लगा कि इसे विजय माल्या की कहानी से जोड़ा गया। फिल्म में उनसे मिलता-जुलता कैरेक्टर विजय वालिया भी है। फिल्म के डायरेक्शन में भी बहुत ज्यादा खामियां है। इतना ही नहीं फिल्म में चोली के पीछे.. गाने को रिक्रिएट करके डाला गया है, जिसकी धुन पूरी फिल्म के बैकग्राउंड में सुनाई देती है। हालांकि, लंबे समय बाद वुमन सेंट्रीक फिल्म रिलीज हुई है, जिसमें कॉमेडी, ग्लैमर और थ्रिलर है। इसे एन्जॉय किया जा सकता है।

मजेदार है क्रू

क्रू काफी कॉमेडी और मस्ती से भरी लाइट हार्टेड फिल्म है, जिसे देखने में आपको मजा आता है. इसकी एडिटिंग काफी क्रिस्प है. आप आराम से दो घंटे की ये फिल्म देख लेते हैं और एकदम बोर नहीं होते. ये फिल्म आपको जॉय राइड पर लेकर जाती है, जिसमें इमोशन्स हैं, सस्पेंस है, जिंदगी की मुश्किलें हैं, चोरी-डकैती है और बहुत सारी मस्ती है. डायरेक्टर राजेश कृष्णन ने फिल्म को काफी अच्छे से बनाया है. इसका स्क्रीनप्ले कहीं ढीला नहीं पड़ता. हालांकि कुछ एक चीजें हैं जो खटकती हैं. जैसे इतनी गरीबी में जीने वाले किरदार के पास मुंबई में लैविश बालकनी वाला घर है. किरदारों के पास बिल भरने के पैसे नहीं हैं, लेकिन वो स्टाइलिश और ग्लैमरस कपड़े और जूते पहनकर घूम रहे हैं. फिल्म क्रू का म्यूजिक पहले से ही हिट हो चुका है. इसके गाने काफी अच्छे हैं. मूवी विजुअली काफी अपीलिंग है, जो इसका प्लस पॉइंट है. तो देर किस बात की है वीकेंड प्लान बना लो

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