IND vs BAN: अगर छक्को पर उछले फैंस तो, भरभरा सकता है कानपुर स्टेडियम का स्टैंड…
IND Vs BAN 2Test: भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर में दूसरा टेस्ट मैच शुक्रवार से खेला जाना है। मैच के लिए दोनों टीमें तो तैयार हैं, लेकिन कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम की तैयारी अच्छी नहीं है।
India vs Bangladesh 2nd Test: भारतीय टीम शुक्रवार से बांग्लादेश के खिलाफ अपने अगला टेस्ट (IND Vs BAN 2Test) मैच खेलेगी। कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच में भारत का लक्ष्य बांग्लादेश को दो मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप करना होगा। 2021 के बाद पहली बार यह स्टेडियम किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी कर रहा है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने स्टेडियम के एक स्टैंड को खतरनाक माना है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों का मानना है कि अगर स्टैंड में क्षमता से ज्यादा दर्शक हुए तो ढांचा ढह सकता है।
ऋषभ पंत के छक्के पर नाचे तो होगा गड़बड़
यूपीसीए के सीईओ अंकित चटर्जी ने अखबार को बताया कि इस स्टैंड की दर्शक क्षमता 4800 है, लेकिन टिकट 1700 ही बेचे जाएंगे। इस अखबार ने पीडब्ल्यूडी के एक इंजीनियर के हवाले से जो छापा, वह इससे भी खतरनाक स्थिति है। इंजीनियर ने कहा, ‘यदि ऋषभ पंत के छक्के पर लोगों ने उछलना या नाचना शुरू कर दिया तो यह 50 दर्शकों का वजन भी नहीं सह पाएगा।’
अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने ग्रीनपार्क स्टेडियम की तैयारियों पर स्टोरी पब्लिश की है, जो चिंताजनक है। इसके मुताबिक स्टेडियम का एक स्टैंड खराब स्थिति में है। पीडब्ल्यूडी ने स्टैंड के बालकनी सी को लेकर चिंता जताई है, जो निर्धारित क्षमता के बराबर वजन नहीं सह सकता। इसलिए बालकनी सी के आधे टिकट ही बेचे जाने की अनुमति दी गई है।
कानपुर में टेस्ट में भारत का रिकॉर्ड
भारत ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 23 टेस्ट खेले हैं। इस मैदान पर पहला टेस्ट 1952 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। उस मैच में इंग्लिश टीम ने आठ विकेट से जीत हासिल की थी। भारत ने 23 में से सात टेस्ट में जीत दर्ज की है, जबकि तीन में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। 13 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं। भारत कानपुर में 51 साल से कोई टेस्ट नहीं हारा है।
बता दें कि कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम की देखरेख यूपी सरकार के अंतर्गत आता है। ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम की तरह बीसीसीआई का इससे कोई लेना-देना नहीं है. क्रिकेटप्रेमी भूले नहीं होंगे जब ग्रेटर नोएडा के इस स्टेडियम की वजह से भारत को शर्मसार होना पड़ा था।