
कुरान के अदब में क्रूरता की हदें पार, पाकिस्तान में भीड़ ने शख्स को जिन्दा जलाया
पाकिस्तान में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार किया गया है. खैबर पख्तूनख्वा के मदयान इलाके में कुरान जलाने के कथित आरोप में भीड़ ने पहले तो अपमान करने के आरोप में शख्स को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और फिर उसके शरीर को आग लगा कर मौत के घाट उतर दिया. हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा और इसकी बड़े पैमाने पर निंदा की जा रही है.
दरअसल मदयान में करीब 20 लोगों ने एक शख्स को कुरान के अपमान करने के आरोप में पकड़ लिया था. जिसके बाद पुलिस ने दखल देकर उस शख्स को लोगों से छुड़ा अपनी हिरासत में लिया. गुस्साए लोगों ने मस्जिद से ऐलान करवा भीड़ को इकट्ठा किया. थोड़ी ही देर में भीड़ ने पुलिस स्टेशन को घेर लिया और पुलिस स्टेशन पर हमला करते हुए शख्स की पुलिस हिरासत से खींचकर लिंचिंग कर दी.
मुख्यमंत्री ने लोगों से की शांति बनाये रखने की अपील
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने एक पोस्ट में लिखा कि हमने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का संज्ञान लिया है और मामले पर लगातार स्थानीय पुलिस के संपर्क में हैं। उन्होंने पुलिस से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आपातकालीन आधार पर कदम उठाने का आदेश दिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
ईशनिंदा कानून की आंड में बढ़ता अत्याचार
पाकिस्तान में 1987 में ईशनिंदा कानून बनने के बाद से ही गैर-मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। अभी हाल ही मे ‘हलवा’ लिखा कपड़ा पहनने पर एक महिला को भीड़ ने घेर लिया था क्योंकि भीड़ को इसमें ईशनिंदा प्रतीत हुआ था।
आज खैबर पख्तूनख्वा थाने पर इस तरह से उस आदमी को पुलिस हिरासत से खींचकर पीट-पीटकर मार डाला गया यह इस कानून के गलत इस्तेमाल का प्रमाण है। यह घटना पाकिस्तान में धार्मिक उन्माद की बढ़ती जड़ों को उजागर करता है।
मॉब लिंचिंग के बाद स्थिति गंभीर
भीड़ ने शख्स को लाठी डंडों से उसकी मौत होने तक पीटा. उसके मरने के बाद भी भीड़ नहीं रुकी और उन्होंने शख्स की लाश को आग को हवाले कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और पाकिस्तान में ही कई लोगों ने इसकी निंदा की है. खैबर पख्तूख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन ने इस घटना पर दुख जताया है और पुलिस को क्षेत्र की स्थिति नियंत्रण करने के लिए इमरजेंसी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस स्टेशन पर हुआ हमला
खबरों के मुताबिक भीड़ ने इतना खतरनाक रूप ले लिया था कि पुलिस वालों को भी अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागना पड़ा और भीड़ ने पुलिस स्टेशन को भी आग के हवाले कर दिया. इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी की खबर नहीं आई है.
पड़ोसी देश पाकिस्तान में ब्लासफेमी एक बेहद संवेदनशील विषय है, जहां बिना सबूत के सिर्फ आरोपों के आधार पर ही भीड़ में गुस्सा भड़का जाता है और हिंसा भड़कने संभावना बनी रहती है. पुलिस के मुताबिक मई के आखिर में कुरान के पन्नों को जलाने के आरोपी एक ईसाई शख्स को भी पाकिस्तान के पूर्वी पंजाब इलाके में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. वहीं फरवरी 2023 में भी भीड़ ने कुरान का अपमान करने के आरोपी एक मुस्लिम शख्स की भी हत्या कर दी गई थी.
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