दुनिया पर मंडरा रहा तीसरे विश्व युद्ध का खतरा… अमेरिकी मिसाइल से हमले के बाद घिरें बाइडेन

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को एक हजार दिन पूरे हो गए हैं. ये जंग लगातार यूरोपीय देशों की टेंशन बढ़ाती रही है. यूक्रेन-रूस की जंग अब भयानक मोड़ लेने जा रही है और दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडराने लगा है. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों के हमले की मंजूरी दे दी है. अमेरिकी मिसाइल से हमले की अनुमति देने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन पर रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने उन्हें निशाने पर ले लिया है।

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के सरोगेट्स ने रूस में बाइडेन की ओर से सीमित हमलों की अनुमति देने के फैसले पर ‘तीसरा विश्व युद्ध’ भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के पूर्व शीर्ष युद्ध अपराध अभियोजक डॉ. फ्रांसिस बॉयल ने तीसरे विश्व युद्ध को रोकने के लिए बाइडेन के खिलाफ महाभियोग के विधेयक का खुलासा करके हड़कंप मचा दिया है। हालांकि रिपब्लिकन की ओर से ऐसी कोई आधिकारिक मांग अब तक नहीं की गई है।

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगियों ने यूक्रेन को पहली बार रूस के अंदर हमले करने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति देने के फैसले के लिए जो बाइडेन पर गुस्सा निकाला है। रूस ने इसे युद्ध को घातक स्थिति तक बढ़ाने वाला कदम बताया है।

बाइडेन पर लगा ये आरोप
ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर, कट्टरपंथी कांग्रेसी रिपब्लिकन और उनके अन्य समर्थकों ने बाइडेन पर आरोप लगाया है कि वह जनवरी में ट्रम्प के राष्ट्रपति पद संभालने से पहले “तीसरे विश्व युद्ध” को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप जूनियर (ट्रंप के बेटे) ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि “ऐसा लगता है कि मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स यह सुनिश्चित करना चाहता है कि मेरे पिता को शांति स्थापित करने और जीवन बचाने का मौका मिलने से पहले वे तीसरा विश्व युद्ध करवा दें,”।

बाइडेन के बचाव में आये अमेरिकी विदेश विभाग
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान बाइडेन के फैसले का बचाव करते हुए कहा: “[द] अमेरिकी लोगों ने जो बाइडेन को तीन साल और 10 महीने के कार्यकाल के लिए नहीं, बल्कि चार साल के कार्यकाल के लिए चुना है, और हम करेंगे।” अपने कार्यकाल के प्रत्येक दिन का उपयोग उन विदेश नीति हितों को आगे बढ़ाने के लिए करें जिनके बारे में हमारा मानना ​​है कि ये अमेरिकी लोगों के हित में हैं।”

ट्रंप चाहते हैं खत्म हो युद्ध
व्हाइट हाउस के फैसले से आने वाले प्रशासन के लिए यह दुविधा पैदा हो जाएगी कि क्या ट्रम्प के उद्घाटन के बाद प्राधिकरण को तुरंत वापस ले लिया जाए या इसे वार्ता में संभावित सौदेबाजी चिप के रूप में बरकरार रखा जाए। जबकि ट्रम्प और उनके सहयोगियों ने मोटे तौर पर यूक्रेनी सरकार के लिए सैन्य समर्थन और वित्तीय सहायता बढ़ाने की निंदा की है। ट्रंप रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कराना चाहते हैं। मगर विश्लेषकों ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रम्प लंबी दूरी की मिसाइलों के संबंध में निर्णय को रद्द करने के लिए तुरंत कदम उठाएंगे या नहीं।

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