Diljit Dosanjh के कॉन्सर्ट को लेकर ED की बड़ी कार्रवाई… 5 राज्यों में हुई छापेमारी
ग्लोबल स्टार दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, दिलजीत दोसांझ का 2 दिवसीय कॉन्सर्ट आज से दिल्ली (Delhi) में शुरू होने जा रहा है। इससे पहले ED की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। दरअसल, दिलजीत (Diljit Dosanjh) के शो को लेकर आज 5 राज्यों में 13 जगहों पर छापेमारी की गई है।
इस छापेमारी के दौरान ED को ऐसे सूत्र मिले हैं जिनके जरिए फर्जी टिकट बेचे गए हैं। बताया जा रहा है कि ये टिकट इंस्टाग्राम, फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड, व्हाट्सएप के जरिए बेचे गए हैं।
दोसांझ के शो के फर्जी टिकट बिक्री के जरिए ठगी
ईडी ने कहा, आम तौर पर, टिकटें जोमैटो, बुक माई शो और अन्य प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होती हैं। हालांकि, जब कॉन्सर्ट की मांग बहुत अधिक होती है, तो ये टिकटें जल्दी बिक जाती हैं, जिससे लोग दूसरे तरीकों की तलाश करते हैं। ईडी द्वारा की गई तलाशी और जांच में कई ऐसे व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिली है जो इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया के जरिए नकली टिकट और असल टिकटों की भी कालाबाजारी कर रहे हैं।
पांच राज्यों में 13 ठिकानों पर ED की छापेमारी
‘बुक माई शो’ ने फर्जी टिकटों की बिक्री को लेकर कई संदिग्धों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। इसमें आरोप लगाया गया कि ये आरोपी बेहद अधिक कीमत पर नकली टिकट बेच रहे हैं। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट-2002 (PMLA) के तहत इसकी जांच शुरू की है और पांच राज्यों में 13 से अधिक जगहों पर छापेमारी कर तलाशी ली। एजेंसी ने इस घोटाले में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप और सिम कार्ड जैसी कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की हैं
एजेंसी ने छापेमारी के बाद दिया ये बयान
जांच एजेंसी ने अपने बयान में कहा, ‘देशभर के विभिन्न राज्यों में कई FIR दर्ज की गई हैं, जिसमें ‘बुक माई शो’ द्वारा दर्ज की गई एफआईआर भी शामिल है। इसमें कई संदिग्धों के खिलाफ कॉन्सर्ट में जाने वालों का शोषण करने का संदेह है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि ये लोग इन प्रतिष्ठित कॉन्सर्ट की अधिक मांग का फायदा उठाते हुए नकली टिकट बेचने और कीमतों में भारी वृद्धि करने में लगे हुए हैं।’
फर्जी टिकटों की ब्रिकी के मनी ट्रेल पर ED की नजर
ईडी इस कार्रवाई से अवैध टिकट बिक्री की तह तक पहुंचना चाहती है। साथ ही इन घोटालों को सपोर्ट करने वाले मनी ट्रेल नेटवर्क का पता करने की जुगत में है। इस तरह के अपराध करने वालों के आय का पता लगाना जरूरी है। एजेंसी को अब तक की जांच से पता चला है कि कई लोगों ने नकली टिकट बेचने के लिए इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया है।
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