वाराणसी: आशा कार्यकर्ताओं को दिए गए पल्स ऑक्सीमीटर, घर-घर जाकर चेक करेंगी ऑक्सीजन सेचुरेशन
वाराणसी। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने व पूरे पूर्वांचल में कोरोना पॉजिटिव की संख्या को कम करने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास हो रहा है।
इस क्रम में पूर्व आईएएस (पीएमओ) व एमएलसी ए.के. शर्मा की विशिष्ट पहल पर पूर्वांचल के ग्रामीण क्षेत्र के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित शहरी अर्बन पीएचसी के अंतर्गत कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं व मोबाईल रैपिड रेस्पॉन्स टीम (आरआरटी टीम) को 1000 पल्स ऑक्सीमीटर प्रदान किए गए हैं।
इन पल्स ऑक्सीमीटर द्वारा बुधवार से शुरू हुए कोरोना जागरुकता विशेष अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कोविड सम्भावित लक्षण वालों का ऑक्सीजन सेचुरेशन जाचेंगी।
ए.के.शर्मा ने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में जहां भी कोरोना लक्षणयुक्त व्यक्ति मिल रहे हैं, वे चाहे कोविड पॉजिटिव हों, उनकी जांच रिपोर्ट आने में समय हो
या उनको कोई भी सिम्पटम हों तो उन्हें कोरोना से बचाव के लिए उनका ऑक्सिजन सेचुरेशन पल्स ऑक्सिमिटर से लिया जाएगा व आवश्यकता पड़ने पर ‘कोरोना मेडिसिन किट’ तत्काल उपलब्ध कराई जा रही है।
पूरे पूर्वांचल के लिए ए.के. शर्मा ने 1000 पल्स ऑक्सिमीटर उपलब्ध कराया है जिसमे से वाराणसी, आज़मगढ़, मऊ, बलिया, ग़ाज़ीपुर, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र, जौनपुर, चंदौली आदि जिले के प्रशासन को सौंपा गया है।
ए.के.शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विज़न ‘ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट’ को वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में पूरी तरह से लागू किया किया गया है ताकि जल्द से जल्द कोरोना पॉज़िटिव व्यक्तियों की संख्या को कम किया जा सके।
अब उद्देश्य ये है कि पाजिटिविटी प्रतिशत ज्यादा होने के कारण बिना टेस्ट का इंतजार किये सभी सिम्पटम वाले व्यक्तियों को दवाई का ट्रीटमेंट मिलने लगे और व्यक्ति अस्पताल जाने से बच सके।
मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल ने एमएलसी ए.के. शर्मा व उनके सहयोगियों को पल्स ऑक्सिमीटर उपलब्ध कराने के लिए आभार प्रकट किया।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि कोविड संभावित लोगो का पल्स ऑक्सिमीटर से ऑक्सिजन सेचुरेशन लेने के साथ साथ कोविड मेडिसिन भी वितरित हो रहा है।
इसी कार्य के लिए आशा, एएनएम, ग्राम प्रधान पार्षदों, कोटेदारो, ग्राम विकास, ग्राम पंचायतों कर्मचारियों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
आगामी एक सप्ताह में व्यापक अभियान चलाकर लगभग 50,000 संभावित कोविड लक्षण वाले लोगों का ऑक्सीजन सेचुरेशन नपा जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर कोविड मेडिसिन किट वितरित किया जाएगा।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ संजय राय ने बताया कि कोविड मेडिसिन किट लक्षण विहीन या हल्के लक्षण युक्त संभावित कोविड मरीजों में वितरित की जा रही है।
आशा, एएनएम, आरआरटी टीमों व अन्य द्वारा बांटे जाने वाले कोविड मेडिसिन किट में अजिथ्रोमायसीन, आइवरमेक्टिन, पैरासिटामाल, विटामिन डी-3, विटामिन सी, बीकाम्पलेक्स जिंक आदि दवा उपलब्ध है।
उन्होने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए यदि किसी भी व्यक्ति में कोविड के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आशा, एएनएम, सचल आरआरटी टीम एवं नजदीकी प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पल्स ऑक्सिमीटर से ऑक्सिजन सेचुरेशन नाप सकते हैं व आवश्यक दवा किट भी प्राप्त कर सकते हैं। सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र नि:शुल्क दवाई वितरण कार्य करेंगे।